सत्येंद्र जैन ने ICAR की रिपोर्ट को मानने से किया इनकार, बोले- कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी मददगार, मैं भी ठीक हुआ
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से कोरोना वायरस के नए मामलों में रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई है। गत बुधवार यहां एक दिन में 4039 नए केस सामने आए। इस बीच इंडिया काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक स्टडी में कोरोना वायरस के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी पर सवाल उठाए जाने के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, कोरोना से बचाव में प्लाज्मा थेरेपी बहुत ही मददगार है, उन्हें इसलिए इसके बारे में पता है क्योंकि वह खुद इस थेरेपी से ठीक हुए हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना वायरस के इलाज के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कई अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत की थी। उन्होंने खुद लोगों से आग्रह किया था कि वह अपना प्लाज्मा डोनेट करें। अब इसी थेरपी को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। दरअसल, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद यानी आईसीएआर द्वारा किए गए अध्ययन में पता चला है कि कांस्टेलेसेंट प्लाज्मा (CP) थेरेपी के इलाज से कोरोना रोगियों के इलाज में कोई खास लाभ नहीं मिलता है और न ही इस थेरेपी ने रोगियों की मृत्यु दर को कम करने में खास योगदान किया है। यह खुलासा आईसीएआर द्वारा फंडेड मल्टी सेंट्रिक अध्ययन में किया गया है। इस अध्ययन के परिणाम को प्री मिंट मेड्रिक्सव में प्रकाशित किया गया है।
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दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आईसीएआर की रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, दिल्ली सरकार गंभीर मामलों में इस तरीके का इस्तेमाल करती रहेगी। राजधानी में अब तक 1000 से अधिक लोगों को प्लाज्मा दिया जा चुका है और कई मरीज इससे ठीक भी हुए हैं। मुझे ये इसलिए भी पता है क्योंकि मैं भी इससे ठीक हुआ हूं। बता दें कि सत्येंद्र जैन इसी वर्ष जून में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ गए थे, उन्हें अस्पताल में भी भर्ती होना पड़ा था। इस दौरान उनकी हालत काफी बिगड़ गई थी जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री को प्लाज्मा थेरेपी दिया गया था।