सत्यपाल मलिक ने ली बिहार के राज्यपाल पद की शपथ
पटना : पिछले कई महीने से चल रहे बिहार के अतिरिक्त प्रभार को आज पूरा हो गया। जहां नवनिर्मित राजपाल सत्यपाल मलिक ने अपने पद और गोपनीयता की शपथ ले लिया है उन्हें यह सपत राज भवन स्थित राजेंद्र मंडप में पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस राजेंद्र मेमन ने दिलाई।वो बिहार के 38 में राज्यपाल बने हैं इससे पहले केसरीनाथ त्रिपाठी बिहार के अतिरिक्त राजपाल के प्रभाव में थे। बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति बन जाने के बाद यह पद खाली था जिसे केसरीनाथ त्रिपाठी को अतिरिक्त प्रभार देते हुए राजपाल पद पर बैठाया गया था। जब राज्यपाल सत्यपाल मलिक अपने पद और गोपनीयता की शपथ ले रहे थे तभी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ उनकी कैबिनेट के कई सदस्य मौजूद थे।
आपको बताते चलें कि अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेने से पहले वह कल 4 बजे शाम को पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे जहां नीतीश कुमार के साथ साथ कई नेताओं ने उनका स्वागत किया। नवनियुक्त राज्यपाल सत्यपाल मलिक के पटना आगमन पर कई नेता बुके देकर उनका स्वागत और अगवानी करने में खड़े थे। इस दौरान विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधान परिषद के उप सभापति हारुण रशीद, कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह, श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा सहित मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी पुष्प गुच्छ देकर अभिनंदन किया। अब हम आपको बताते हैं हम उनसे जुड़ी हुई कुछ बातें...
सबसे
पहले
आपको
बताते
चलें
कि
बिहार
के
राज्यपाल
सत्यपाल
मलिक
का
जन्म
उत्तर
प्रदेश
के
बागपत
जिले
के
हिसवाड़ा
में
हुआ
था।
उनके
परिवार
में
सभी
लोग
किसान
थे
और
किसानी
जीवन
के
बीच
चलकर
वह
बचपन
से
ही
पढ़ाई
लिखाई
में
काफी
तेज
थे
और
नेतागिरी
के
प्रती
काफी
एक्टिव
रहा
करते
थे।
उन्होंने
पड़ोस
के
गांव
से
इंटर
तक
की
पढ़ाई
पूरी
की।
फिर
आगे
की
पढ़ाई
के
लिए
मेरठ
चले
गए
जहां
मेरठ
यूनिवर्सिटी
से
उन्होंने
बीएससी
और
एलएलबी
की
पढ़ाई
पूरी
की।
पढ़ाई-लिखाई पूरा करने के बाद वह पूर्ण रुप से राजनीति में सक्रिय हुए तथा 1974-77 तक यूपी विधानसभा के सदस्य रहे ।1980 से 84 और 1986 से 89 तक राज्यसभा सांसद रहे ।वही 1989-90 तक लोकसभा सांसद के थे। तो 21 अप्रैल 1990 से 10 नवंबर 1990 तक केंद्रीय पर्यटन एवं संसदीय राज्य मंत्री भी रह चुके हैं । और फिलहाल बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते थे इसी दौरान उनकी नियुक्ति राष्ट्रपति ने राजपाल के रूप में किया अब वह बिहार के राज्यपाल के पद पर शपथ ले चुके हैं।
उन्होंने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत छात्र जीवन से ही किया था लेकिन उस वक्त छात्र संघ का चुनाव का परंपरा नहीं था इसीलिए पहली बार वह विधानसभा चुनाव लड़े और उसके बाद राजनीति में लगातार आगे बढ़ते चले गए । पहले जनता दल के सदस्य रहे सत्यपाल मलिक भाजपा में शामिल हुए और देखते ही देखते भाजपा के कद्दावर नेता के रुप में सामने आए वह बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर इससे पहले तैनात थे।
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