आतंकवादी कश्मीर में अपनी पकड़ खत्म होने से घबराए हुए हैं: J&K राज्यपाल
Recommended Video
जम्मू। जम्मू के बस स्टैंड पर गुरुवार को हुए ग्रेनेड हमले पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि हम निर्दोष लोगों पर जघन्य और कायरतापूर्ण हमले की निंदा करते हैं। राज्यपाल ने कहा है कि यह हमला आतंकी संगठनों की बौखलाहट दिखाता है, क्योंकि ऐसे देशविरोधी संगठन अब राज्य से अपना अस्तित्व खोने लगे हैं। सरकार ने पुलवामा हमले के बाद यहां आतंक और राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई शुरू की है उन्होंने कहा कि ये लोग जमात के पक्ष में हैं तो उनके साथ जो कार्रवाई हो रही है उसका लाभ उठाए। राज्यपाल ने कहा कि अब कश्मीर से आतंकवाद जड़ से खत्म हो जाएगा।
आतंकी हमले के बाद मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा,'मैं मासूम लोगों पर हुए इस कायरना हमले की निंदा करता हूं। यह उन राष्ट्र विरोधी और कायर आतंकियों द्वारा किया गया हमला है जिन्हें अब राज्य में अपना बजूद खत्म होता दिख रहा है।' मलिक ने कहा कि सरकार ने पुलवामा हमले के बाद यहां आतंक और राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई शुरू की है और हमनें यह फैसला किया है कि हम यहां आतंक को जड़ से खत्म कर देंगे।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि सरकार आतंक के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा यहां के युवाओं को भटकाने वाले जमात-ए-इस्लामी जैसे संगठन पर बैन लगाकर अब तक 170 लोगों को हिरासत में लिया गया है। राजनीतिक दलों को नसीहत देते हुए मलिक ने कहा,'जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों को अपने विचारों को रखते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि, पार्टियों को अपने विचार इस तरह रखने चाहिए जिससे कि वह अलगाववादियों से अलग नजर आएं, लेकिन बीते दो हफ्तों में यह देखने को मिला है कि जम्मू-कश्मीर की मेनस्ट्रीम पार्टियां भी हिंसा की घटनाओं के समर्थन में खड़ी दिख रही हैं।' राज्यपाल ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि आप संविधान से मिली चीजों का लाभ लें और फिर उनका समर्थन करें जिनसे देश का नुकसान हो। लेकिन अगर फिर भी ऐसा होता है तो किसी को भी ऐसा नहीं कहना चाहिए कि उनके साथ अलगाववादियों या हुर्रियत जैसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है।
पाकिस्तान ने हाफिज सईद को दिया बड़ा झटका, जमात-उद-दावा के हेडक्वॉर्टर को लिया कब्जे में