Sarbat Da Bhala Express: जानिए क्यों रखा गया नई ट्रेन का ये नाम?
नई दिल्लीः केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को नई दिल्ली से लोहियां खान जाने वाली 'सरबत दा भला एक्सप्रेस' ट्रेन को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन सुल्तानपुर लोधी होते हुए जालंधर में लोहियां खास तक जाएगी। ट्रेन को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से शुक्रवार को सुबह 6.30 बजे रवाना किया गया और वह सुल्तानपुर लोधी दोपहर 2.38 बजे पहुंच गई। यह ट्रेन हफ्ते में पांच दिन चलेगी।
इसलिए बदला गया नाम
इस ट्रेन का नाम पहले नई दिल्ली-लुधियाना इंटरसिटी था, जिसको बदलकर सरबत दा भला एक्सप्रेस रखा गया है। इस ट्रेन का नाम बदलने के पीछे मुख्य कारण है। सरबत दा भला यानी कि सभी का कल्याण, यह गुरु नानक देव की शिक्षा का मूल है। इसीलिए ट्रेन का यह नाम रखा गया है। यह ट्रेन नई दिल्ली से शकूरबस्ती, बहादुरगढ़, रोहतक, जींद, नरवाना, जाखल, संगरूर, धुरी, लुधियाना, मोगा, जालंधर सिटी, सुलतानपुर लोधी और लोहियां खास तक जाएगी।
जानें कितना है किराया
नाम बदलने का अनुग्रह केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने की थी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पंजाब के लोगों के लिए एक भावनात्मकपूर्ण मुद्दा है। रेलवे की वेबसाइट ई-रेल पर दी गई जानकारी के मुताबिक सरबत दा भला एक्सप्रेस ट्रेन में नई दिल्ली से लोहिया खान तक का चेयर कार का किराया 610 रुपया है। जबकि स्लीपर क्लास में 170 रुपये किराया है। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्द्धन सिंह मौजूद रहे।
ट्रेन गुरु नानक का आशीर्वाद
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हमने कल ही वंदे भारत ट्रेन को रेलवे से जोड़ा, जो श्रद्धालुओं को मां वैष्णो देवी लेकर जाएगी। और आज जिस ट्रेन को हरी झंडी दिखाया गया है वो श्रद्धालुओं को पवित्र स्थल सुलतानपुर लेकर जाएगी। रेलवे के लिए इससे ज्यादा शुभ नहीं हो सकता है कि धार्मिक उपासना के स्थानों को जोड़ रहा है। वहीं केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन सिंह ने कहा कि दिल्ली के लोगों के लिए और देश के लोगों के लिए यह एक तोहफा है। यह ट्रेन गुरु नानक का आशीर्वाद है।