सीएम सर्बांनंद सोनोवाल बोले- असम का बेटा हूं, विदेशियों को कभी नहीं बसाऊंगा
गुवाहाटी। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ असम में भारी विरोध देखने को मिल रहा है। बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने सीएम सर्बानंद सोनोवाल के काफिले को काले झंडे भी दिखाए थे। वहीं, इस एक्ट के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल का बड़ा बयान आया है। सोनोवाल ने कहा कि असम का बेटा होने के नाते, वे यहां विदेशियों को कभी नहीं बसाएंगे।
असम में घुसपैठियों का मुद्दा लगातार बहस का केंद्र बना हुआ है, जिसपर सीएम सोनोवाल ने कहा , 'असम के बेटे के तौर पर, मैं अपने राज्य में विदेशियों को कभी नहीं बसाऊंगा, मैं सर्बांनंद सोनोवाल..इसकी इजाजत कभी नहीं दूंगा।' बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ असम के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं। मोरीगांव में अज्ञात लोगों ने बीजेपी नेता की एक बस भी जला दी। इस एक्ट के खिलाफ गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए हैं।
इसके पहले, सीएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा था कि ये कानून यहां के मूल निवासियों को किसी तरह से प्रभावित नहीं करेगा क्योंकि असम के हितों को प्रोटेक्ट करने के लिए केंद्र ने पहले ही नियम बनाए हैं। उन्होंने पहले भी कहा था कि वास्तविक भारतीय नागरिकों और असम के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए वे प्रतिबद्ध हैं।
As a son of Assam, I will never settle foreigners in my state. This Sarbananda Sonowal will never allow this...
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) January 2, 2020
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साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि एक्ट को लेकर गलत जानकारी फैलाई जा रही है कि भाजपा विदेशियों को लाकर गांवों में अतिरिक्त जमीन मुहैया कराएगी। सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून एक नेशनल एक्ट है और यहां के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए नियम बनाए गए हैं, जिसको लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। सोनोवाल ने लोगों से शांति कायम रखने की अपील की और कहा कि इस एक्ट के बारे में किसी तरह के भ्रम में ना आएं।