'इंदिरा गांधी के करीम लाला से मुलाकात' वाले कमेंट पर संजय राउत का यूटर्न, बयान लिया वापस
नई दिल्ली। शिवसेना के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर एक कमेंट किया, जिस पर काफी बवाल मच गया। दरअसल, संजय राउत ने बुधवार को कहा था कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला से मिलने मुंबई आया करती थीं। उनके इस बयान पर कांग्रेस पार्टी ने सवाल खड़े कर दिए। जिसके बाद संजय राउत को अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी। संजय राउत ने कहा कि करीम लाला से मिलने के लिए कई नेता आते थे, वो दौर अलग था। संजय राउत के बयान के बावजूद कांग्रेस की ओर से लगातार सवाल खड़े किए जाते रहे, जिसके बाद शिवसेना सांसद ने इंदिरा गांधी को लेकर दिए अपने बयान को वापस ले लिया है।
संजय राउत बोले- कांग्रेस के मित्रों को आहत होने की जरूरत नहीं
दरअसल, संजय राउत के बुधवार को दिए बयान के बाद संजय निरुपम ने ट्वीट करते हुए उन पर तंज कसा। उन्होंने कहा, 'बेहतर होगा कि शिवसेना के मि. शायर दूसरों की हल्की-फुल्की शायरी सुनाकर महाराष्ट्र का मनोरंजन करते रहें। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के खिलाफ दुष्प्रचार करेंगे तो उन्हें पछताना पड़ेगा। कल उन्होंने इंदिरा जी के बारे में जो बयान दिया है वो वापस ले लें।' कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए जाने के बाद संजय राउत ने अपने बयान को लेकर सफाई दी, यही नहीं आखिरकार उन्हें अपना बयान वापस लेना पड़ा।
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मैं अपने बयान को वापस लेता हूं: संजय राउत
इंदिरा गांधी के अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला से मुलाकात वाले बयान पर सफाई देते हुए गुरुवार को शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, 'कांग्रेस के हमारे मित्रों को आहत होने की जरूरत नहीं है। अगर किसी को लगता है कि मेरे बयान से इंदिरा गांधी की छवि को धक्का पहुंचा है या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं अपने बयान को वापस लेता हूं।' इससे पहले संजय राउत ने एक और बयान में कहा था कि वो इंदिरा गांधी और नेहरू की हमेशा से इज्जत करते आए हैं। उन्होंने आगे कहा कि करीम लाला से कई नेताओं की मुलाकात होती थी, वो दौर अलग था। करीम लाला पठान समुदाय के नेता थे।
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राउत के बयान पर क्या बोले थोराट
वहीं संजय राउत के अपना बयान वापस लेने के बाद कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा, 'उनका बयान गलत था लेकिन उन्होंने इसे वापस ले लिया इसलिए मामला समाप्त हो गया। उन्हें भविष्य में इसके लिए सावधान रहना चाहिए। हमने इस बारे में उद्धव ठाकरे को जानकारी दे दी थी। बता दें कि पुणे में एक पुरस्कार समारोह के दौरान एक मराठी अखबार को दिए इंटरव्यू में शिवसेना सांसद ने दावा किया था कि इंदिरा गांधी पाइधोनी (दक्षिण मुंबई) में डॉन करीम लाला से मिलने आया करती थीं। 1960 से 1980 के बीच करीम लाला का मुंबई में अवैध शराब, जुए और फिरौती का धंधा चलता था। उन्होंने कहा था, वे (अंडरवर्ल्ड के लोग) तय करते थे कि पुलिस कमिश्नर कौन बनेगा और मंत्रालय (सचिवालय) में कौन बैठेगा।