
फ्लोर टेस्ट को लेकर बोले संजय राउत- आदेश देने में राज्यपाल ने राफेल की रफ्तार को भी पीछे छोड़ दिया
मुंबई, 29 जून : महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को गुरुवार को बहुमत साबित करने का आदेश दिया है। इसके तुरंत बाद शिवसेना ने राज्यपाल के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। फ्लोर टेस्ट वाले फैसले के खिलाफ शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु की याचिका पर आज शाम 5 बजे सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई होगी। इस मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत ने राज्यपाल पर पक्षपात का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने राफेल से भी तेज काम किया। आदेश देने में उन्होंने राफेल की रफ्तार को भी पीछे छोड़ दिया। ऐसा लगता है उन्हें बस इसी पल का इंतजार था। साथ ही संजय राउत ने ये भी कहा कि यह एक गैरकानूनी गतिविधि है, क्योंकि हमारे 16 विधायकों की अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। उन्होंने कहा कि जब तक विधायकों की अयोग्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता, तबतक फ्लोर टेस्ट के लिए विशेष विधानसभा सत्र आयोजित नहीं हो सकता।
राज्यपाल से मिला भाजपा का प्रतिनिधिमंडल
संजय राउत ने कहा कि हमने सब कुछ कानूनी तरीके से किया है। हम इसे कानूनी रूप से लड़ रहे हैं और इसे कानूनी रूप से लेंगे। अगर आप हमसे लड़ना चाहते हैं, तो सामने से लड़ें। उन्होंने कहा कि मैं राज्यपाल के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, वे संवैधानिक प्रमुख हैं, लेकिन अगर इस तरह की कार्यप्रणाली होती है, तो हमें वह कार्रवाई करनी होगी जो हमें ठीक लगेगी। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को बताया कि सत्तारूढ़ गठबंधन अपना बहुमत खो चुका है। इसके एक दिन बाद भगत सिंह कोश्यारी ने फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया है।
सदन का एकमात्र एजेंडा फ्लोर टेस्ट होगा
राज्यपाल कोश्यारी ने कहा कि कल सुबह 11 बजे बुलाई जाने वाली सदन का एकमात्र एजेंडा फ्लोर टेस्ट होगा। राज्य में सामने आ रहा वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य एक बहुत ही परेशान करने वाली तस्वीर पेश करता है। 39 विधायकों ने ठाकरे सरकार से बाहर निकलने की इच्छा दिखाई है। सात निर्दलीय विधायकों ने भी अपना समर्थन वापस लेते हुए एक पत्र भेजा है। विपक्ष के नेता ने भी मुलाकात की और मुझे मौजूदा स्थिति से अवगत कराया और फ्लोर टेस्ट के लिए कहा है।