बेलगाम विवाद पर बहके संजय राउत, कर्नाटक के डिप्टी सीएम पर की आपत्तिजनक टिप्पणी
Belgaum controversy:शिवसेना नेता संजय राउत ने बेलगाम विवाद को लेकर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सवादी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है। गौरतलब है कि इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान के बाद दोनों राज्यों की राजनीति गर्म हो गई है। पहले उन्होंने कर्नाटक के बेलगाम या बेलगावी को महाराष्ट्र में शामिल करने की बात कही थी और फिर बाद में कह दिया था कि जबतक इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता, उस इलाके को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया जाए। इसी पर विवाद बढ़ा और अब राउत ने कर्नाटक के डिप्टी सीएम लक्ष्मण सवादी को 'पागल' कह दिया है।
दरअसल, बुधवार को एक मराठी पुस्तक के विमोचन के मौके पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले तक कर्नाटक के मराठी-भाषी इलाके को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया जाए। इसपर पलटवार करते हुए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सवादी ने आज कहा कि मुंबई को कर्नाटक में शामिल किया जाना चाहिए और तब तक उसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया जाए।
महाराष्ट्र की राजनीतिक पार्टियां लक्ष्मण सवादी के बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं दे रही हैं। इसी कड़ी में शिवसेना सांसद संजय राउत ने उन्हें 'पागल' (mad) कह दिया है। उन्होंने कहा है, 'कुछ 'पागल' लोग इसी तरह से मुंह फुलाए रहते हैं।' उन्होंने कहा कि 'यह जो भी डिप्टी सीएम हों, उन्हें समझना चाहिए कि यह दो राज्यों का विवाद है। उन्हें पहले इतिहास जानना चाहिए। कन्नड़ भाषियों के साथ महाराष्ट्र में जोर-जबर्दस्ती नहीं की गई है(भाषा या रहन-सहन का तरीका बदलने के लिए)। हम महाराष्ट्र में कन्नड़ स्कूल चलाते हैं और उन्हें अनुदान भी देते हैं। लेकिन, कर्नाटक में वह स्थिति नहीं है। यह वहां पर हमारी भाषा और संस्कृति सुरक्षित रखने की लड़ाई है। यहां तक कि मुंबई में भी जो कन्नड़ लोग रहते हैं, वह इस बात से सहमत होंगे कि बेलगाम महाराष्ट्र को मिलना चाहिए। कर्नाटक सरकार को समझना चाहिए कि अब एक ठाकरे महाराष्ट्र का सीएम है।'
वहीं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कर्नाटक के अपने समकक्ष के बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि उनके बयान को नजरअंदाज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि 'मुंबई हमेशा महाराष्ट्र का है।' उनके मुताबिक, 'सवादी ने वैसे ही यह बयान दे दिया होगा.....लंबे वक्त से लंबित सीमा विवाद का मुंबई से कुछ भी लेना-देना नहीं है। '
हालांकि, महाराष्ट्र बीजेपी इस मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए बहुत ही संभलकर बयान दे रही है। महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता विपक्ष प्रवीण दारेकर ने कहा है, 'उन्होंने (सवादी)जो भी बयान दिया है, कर्नाटक में हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता उसे देखेंगे। हमारा हमेशा से विश्वास रहा है कि लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद का हल सौहार्दपूर्ण तरीके से निकाला जाना चाहिए। हालांकि, कुछ नेताओं को भावनाओं से खेलना बंद कर देना चाहिए।'
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