सफाईकर्मियों के पैर धोकर PM मोदी ने जो मानवता दिखाई वह अब खत्म हो गई: शिवसेना
नई दिल्ली। लॉकडाउन चलते प्रवासी श्रमिकों को हो रही परेशानियों को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। संजय राउत ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाईकर्मियों के पैर धोकर जो मानवता दिखाई थी, वह अब समाप्त प्रतीत होती है। उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में लिखे अपने एक लेख में ये बात कही। बता दें कि, पीएम मोदी ने प्रयागराज में कुम्भ मेले के दौरान सफाई कर्मचारियों के पैर धोए थे।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने लिखा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में चार सफाईकर्मियों के पैर धोकर हमें मानवता दिखाई थी। ऐसा लगाता है कि यह मानवता पिछले तीन महीने में समाप्त हो गई है। राउत ने कहा, कश्मीरी पंडितों को उनके घर छोड़कर जाने और अपने ही देश में शरणार्थियों की तरह रहने के लिए मजबूर करने के मामले का कई बार राजनीतिकरण किया गया। आज करीब छह करोड़ प्रवासी श्रमिक उन्हीं की तरह रहने के लिए मजबूर हैं।
राउत ने कहा कि, हिटलर की निर्दयता और यहूदियों के प्रति उसके व्यवहार पर नाराज होने वाले लोगों को बताना चाहिए कि उन्होंने इन प्रवासी श्रमिकों के लिए क्या किया? यदि सत्तारूढ़ सरकार सभी राज्यों में इन प्रवासी श्रमिकों के दुख से विचलित नहीं हुई है, तो इस कोरोना वायरस ने मानवता को समाप्त कर दिया है। यही नहीं राउत ने सीएम उद्धव ठाकरे से बात करने के बजाय राज्यपाल बी एस कोश्यारी से बार-बार मुलाकात करने को लेकर भाजपा नेताओं की नियत पर सवाल खड़े किए हैं।
राउत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, महाराष्ट्र में विपक्ष बार-बार दावा कर रहा है कि ठाकरे सरकार कोरोना को रोकने में नाकाम रही हैं। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि उत्तर प्रदेश और गुजरात की सरकारें कोरोना वायरस के मामलों को काबू करने में सबसे अधिक नाकाम रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह गुजरात के रहने वाले हैं, इसलिए वे इस जिम्मेदारी से बच नहीं सकते।
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