पायलट की बगावत के बीच संजय निरुपम का ट्वीट, 'एक-एक कर सभी चले गए तो कांग्रेस में बचेगा कौन'
राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने एक बड़ा बयान दिया है...
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है कि उनके पास 30 विधायकों का समर्थन है और राजस्थान सरकार अल्पमत में है। ऐसे में सीएम गहलोत ने सोमवार सुबह विधायक दल की बैठक बुलाई और सभी विधायकों को जयपुर के एक होटल में भेज दिया। अशोक गहलोत के दफ्तर से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि बैठक में 107 विधायक शामिल हुए थे। इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता संजय निरुपम ने पूरे मामले को लेकर शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं।
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संजय निरुपम ने ट्वीट कर क्या कहा
संजय निरुपम ने राजस्थान के राजनीतिक संकट को लेकर ट्वीट करते हुए कहा, 'बेहतर होगा, पार्टी सचिन पायलट को समझाए और रोके। शायद पार्टी में कुछ लोग यह सोच रहे हैं कि उसे जाना है तो जाए, हम नहीं रोकेंगे। यह सोच आज के संदर्भ में गलत है। माना कि किसी एक के जाने से पार्टी खत्म नहीं होती, लेकिन एक-एक कर सभी चले गए तो पार्टी में बचेगा कौन?'
'पिछले 48 घंटों में कई बार पायलट से संपर्क किया गया'
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला भी जयपुर पहुंचे और सचिन पायलट से अपील करते हुए कहा, 'पिछले 48 घंटों के दौरान कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने कई बार सचिन पायलट से बात करने की कोशिश की है। वो वापस लौट आएं, जो भी मतभेद हैं उन्हें बैठकर सुलझाया जाएगा। अगर किसी को अपने पद या प्रोफाइल को लेकर कोई समस्या है, तो ऐसी स्थिति में पार्टी फोरम पर अपनी बात रखनी चाहिए।'
भाजपा में नहीं जाएंगे सचिन पायलट
आपको बता दें रविवार को चर्चा थी कि सचिन पायलट भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि अब खबर है कि पायलट भाजपा में नहीं जाएंगे। सचिन पायलट के एक बेहद करीबी सहयोगी ने बताया कि वो भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं और ना ही विपक्षी पार्टी के साथ किसी तरह की मुलाकात की उनकी कोई योजना है।' वहीं अशोक गहलोत के घर बुलाई गई बैठक पर सचिन पायलट के करीबी नेता ने कहा कि जिस समय विधानसभा का कोई सत्र नहीं चल रहा है, उस समय मुख्यमंत्री का इस तरह व्हिप जारी करना नियमों के खिलाफ है। इसके अलावा मुख्यमंत्री के घर पर बैठक के लिए व्हिप कैसे जारी किया जा सकता है।
एक नोटिस से खड़ा हुआ सियासी बवाल
सचिन पायलट के करीबी नेता का कहना है कि पायलट ने पार्टी के राज्य प्रभारी अविनाश पांडे, कांग्रेस संगठन सचिव केसी वेणुगोपाल और दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के सामने कई बार अशोक गहलोत की कार्यप्रणाली को लेकर शिकायत की थी, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई ध्यान ही नहीं दिया गया। गौरतलब है कि राजस्थान में चल रहा सियासी संकट उस वक्त शुरू हुआ, जब राज्य की कांग्रेस सरकार को गिराने के मामले में राजस्थान पुलिस के एसओजी ने अपना बयान दर्ज कराने के लिए सचिन पायलट को नोटिस भेजा।