संगरूर में दलित युवक की बर्बर मौत के बाद एक्शन में आए मुख्यमंत्री
नई दिल्ली। पंजाब के संगरूर जिले में जिस तरह से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई उसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद सिंह ने इस मामले के त्वरित जांच के आदेश दिए हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले में प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को निर्देश दिया है कि वह इस बात को सुनिश्चित करें कि इस मामले की समयद्ध जांच हो और जो लोग युवक को बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट के आरोपी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस बाबत जानकारी साझा करते हुए कहा गया है कि सभी चारो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को निर्देश दिया है कि आरोपियों को अगले तीन महीने में सख्त से सख्त सजा दिलाने का हर संभव प्रयास करें। बता दें कि संगरूर में अनुसूचित जाति के व्यक्ति को तीन घंटे तक पिलर में बांधकर पीटा और जांघ के हिस्से का मांस नोच लिया। इसके अलावा जब पीड़ित ने पीने के लिए पानी मांगा तो उसको दबंगों ने मूत्र पिला दिया। इसी दौरान जब पीड़ित के साथी मौके पर पहुंचे तो सभी दबंग फरार हो गए।
यह पूरी घटना 7 नवंबर की है। पीड़ित को पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती किया गया जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। मौत से पहले जगमेल सिंह ने बताया कि 21 अक्टूबर को गांव के कुछ लोगों के साथ उसका झगड़ा हो गया। हालांकि पंचायत में राजीनामा हो गया। इसके बाद वह सात नवंबर को गांव के पंच गुरदियाल सिंह के घर पर बैठा हुआ था। इस दौरान वहां आरोपित रिंकू, लक्की, गोली, बिट्टा व बिंदर आए और उसे दवा दिलाने के बहाने रिंकू के घर ले आए। रिंकू के घर पर पहले ही अमरजीत सिंह पहले से मौजूद था। इसके बाद उन्होंने उसे पिलर से बांधकर रॉड व लाठियों से पीटा। बेहोश होने पर जब उसने पानी मांगा तो उसे जबरदस्ती मूत्र पिलाया।