रूस के साथ हुई S-400 मिसाइल डील के बाद अमेरिका ने कहा- भारत पर नहीं होगी कोई कार्रवाई
नई दिल्ली। डिफेंस के लिहाज से भारत के लिए शुक्रवार का दिन बहुत अहम रहा। लंबे गतिरोध के बाद आखिरकार भारत और रूस के बीच एस-400 डिफेंस मिसाइल सिस्टम पर मुहर लग गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 19वीं द्विपक्षीय मीटिंग में इस 5 बिलियन डॉलर की डील पर हस्ताक्षर किए। अब तक यह अटकलें लगाई जा रही थी कि रूस के साथ डिफेंस डील होने के बाद अमेरिका अपने काट्सा (Countering America's Adversaries Through Sanctions Act) कानून के तहत भारत पर कार्रवाई कर सकता है। रूस के साथ हुई महत्वपूर्ण डिफेंस डील के बाद अब भारत में अमेरिकी दूतावास ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने सहयोगी देशों के खिलाफ काट्सा एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं करेंगे। रूस से भारत अपने 70 फीसदी से ज्यादा हथियारों का आयात करता है।
सहयोगी देश को नहीं पहुंचाएंगे नुकसान: अमेरिका
ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद अमेरिकी दूतावास ने कहा कि प्रतिबंधों का उद्देश्य सिर्फ रूस को दंडित करना था और अपने सहयोगियों की सैन्य क्षमताओं को नुकसान पहुंचाना बिल्कुल नहीं था। अमेरिका ने कहा कि काट्सा के तहत रूस के घातक व्यवहार और उनके रक्षा क्षेत्र में धन प्रवाह को रोकना शामिल है। यह पहली बार है जब अमेरिका की तरफ से यह बयान आया है कि वे अपने काट्सा कानून के तहत भारत के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे। हालांकि, इससे पहले ट्रंप प्रशासन कई बार भारत को प्रतिबंधों की धमकी दे चुका है।
7 अन्य समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
एस-400 मिसाइल डील के अलावा भारत और रूस ने सात अन्य समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें रेलवे, स्पेस और न्यूक्लियर पावर शामिल है। ज्वाॉइंट प्रेस कांफ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा रूस के साथ अपने रिश्तों को प्राथमिकता दी है। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के रणनीतिक साझेदारी नई ऊंचाइयां छुएंगी। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अलग-अलग क्षेत्रों और मंचों पर भारत और रूस का सहयोग आगे भी ऐसा ही रहेगा।
पुतिन ने की ईरान-सीरिया पर चर्चा
रूसी राष्ट्रपति ने अगले साल व्लादिवोस्तोक में पूर्वी आर्थिक मंच पर मोदी को आमंत्रित करके सामरिक भारत-रूसी संबंधों को रेखांकित करने का काम किया है। पुतिन ने कहा कि भारत और रूस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत पर अमेरिकी प्रतिबंधों को धुंधला बताते हुए पुतिन ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी से सीरिया की स्थिति के बारे में चर्चा की है और ईरान सौदे (न्यूक्लियर डील) को अमेरिका द्वारा वापस लेने के बाद जो परिस्थितियां खड़ी हुई है उस पर भी बातचीत की है।
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