इन कंपनियों में 15 से 25% तक बढ़ने वाली है सैलरी, अच्छे परफॉर्मर को 75% से ज्यादा की बढ़त
बेंगलुरु, 6 फरवरी: लगातार तीसरा साल है, जब कोविड महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटते-लौटते उसमें रुकावट आ जा रही है। लेकिन, नई-नई स्टार्टअप कंपनियों के हौसले अब बुलंद हो रहे हैं। आने वाले दिनों इसका असर भी देखने को मिलने वाला है। सबसे पहले इन कंपनियों के कर्मचारियों को बड़ी सैलरी हाइक के रूप में तोहफा दिए जाने की तैयारी चल रही है। एक्सपर्ट बता रहे हैं कि अच्छा परफॉर्म करने वाले कर्मचारी 75 फीसदी तक सैलरी बढ़ने की उम्मीद कर सकते हैं। इसकी कई वजहें हैं। सबसे बड़ी बात है कि चालू वित्त वर्ष में स्टार्टअप कंपनियों के पास अच्छा-खासा फंड आया है।

टूटेगा दो साल का इंतजार, वेतन वृद्धि के बन रहे आसार
कुछ कंपनियों ने वार्षिक अप्रेजल की प्रक्रिया शुरू कर दी है और कुछ जल्द ही इसपर काम शुरू करने की तैयारी में हैं। कोरोना महामारी का यह तीसरा साल है। पिछले दो वर्षों से कई कंपनियों ने इसी आधार पर अपने कर्मचारियों को निराश किया था। लेकिन, इस बार कुछ कंपनियां अपने स्टाफ को वेतन वृद्धि के रूप में चार-पांच वर्षों की कमी को दूर करने का मन बना रही हैं। हालांकि, इससे कंपनियों पर अचानक एक बड़ा सा आर्थिक बोझ पड़ेगा, लेकिन प्रतिभाओं की खोज में लगी कुछ कंपनियां अच्छी वेतन वृद्धि को ही बेहतर विकल्प मान रही हैं। ईटी की खबर के मुताबिक भारतीय स्टार्टअप कंपनियां इस साल बहुत बड़ी सैलरी हाइक दे सकती हैं।

औसतन 15-25% वेतन वृद्धि की बन रही है योजना
स्टार्टअप कंपनियों में इस साल चार-पांच वर्षों में सबसे ज्यादा वेतन वृद्धि मिलने की उम्मीद के पीछे कई कारण हैं। पहला कारण है कि इन्होंने गजब का विकास दर्ज किया है, रिकॉर्ड निवेश मिले हैं और टेक्नोलॉजी की दुनिया में बेहतर टैलेंट को अपने साथ जोड़े रखने के लिए बेस्ट परफॉर्मर को अच्छी सैलरी ग्रोथ देना जरूरी लग रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि यह वेतन वृद्धि औसतन 12 से 15 फीसदी हो सकती है। लेकिन, कई स्टार्टअप ने कहा है कि वह औसतन 15-25% वेतन वृद्धि की योजना बना रहे हैं और बेस्ट परफॉर्मर को उससे भी ज्यादा दिया जाएगा। मसलन कंसल्टेंसी फर्म डेलॉइट इंडिया के पार्टनर आनंदोरूप घोस ने कहा है, 'हम देख रहे हैं कि तकनीक पर आधारित शुरुआती कंपनियां इस वर्ष अपने वेतन वृद्धि में सुधार कर रही हैं, हमें उम्मीद है कि यह चार-पांच साल पहले की तरह होगी, जब इस सेक्टर में औसत वेतन वृद्धि 12-15% होता था।'

इन स्टार्टअप कंपनियों के कर्मचारी खुश हो सकते हैं
वहीं एचआर सर्विस फर्म एऑन इंडिया के रूपांक चौधरी का कहना है कि इस बार वेतन वृद्धि 2015-16 के बाद सबसे ज्यादा होगी। उन्होंने कहा, 'तब की तुलना में अब अट्रिशन बहुत ज्यादा है।' उन्होंने संकेत दिया है कि कंपनियां ज्यादा इंक्रेमेंट दे रही हैं, ताकि कर्मचारी छोड़कर न चले जाएं। शिपरॉकेट, अपग्रेड, सिंपललर्न, क्रेडएवेन्यू, होमलेन, नोब्रोकर और कैशकरो जैसे स्टार्टअप ने बताया है कि 2022 में औसत बढ़ोतरी कोविड के पहले के स्तर से भी ज्यादा होने की संभावना है।

इन्हें मिल सकता है 75% से भी ज्यादा इजाफा
स्टार्टअप की ग्रोथ को बरकरार रखने के लिए बेहतर परफॉर्मर को साथ रखना बहुत ही महत्वपूर्ण है और इसी वजह से ऐसे कर्मचारियों को 75% तक वेतन इजाफा देकर कंपनियां उन्हें रोके रखने की कोशिश करेंगी। जबकि, जिन कर्मचारियों की सैलरी बहुत ही कम है और उनका परफॉर्मेंस अच्छा है तो उनकी सैलरी दोगुनी तक की जा सकती है। यही नहीं स्टार्टअप का कहना है कि कुछ महत्वपूर्ण कर्मचारियों को रिटेंशन बोनस समेत और भी कई तरह से लाभ दिया जा सकता है।

स्टार्टअप ने 2021 में 3,600 करोड़ डॉलर जुटाए हैं
दरअसल, इन नई कंपनियों ने 2021 में 3,600 करोड़ डॉलर जुटाए हैं, इसलिए उनके पास फंड की कोई कमी नहीं है और वे उसे अपने कर्मचारियों पर लगाने के लिए तैयार हैं। पिछले दो वर्षों से कंपनियां दबाव में थीं। लेकिन,अब अर्थव्यवस्था खुल रही है। वैक्सीनेशन हुआ है। इसलिए कंपनियां अब तसल्ली से बाजार में कायम रहने की रणनीति पर काम कर रही हैं। (तस्वीरें- सांकेतिक)