बंगाल डॉक्टर हड़ताल: NRS मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने दिया इस्तीफा
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों को काम पर लौटने को कहा लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इस बीच एनआरएस कॉलेज में डॉक्टरों से मारपीट के मामले में प्रोफेसर शैबाल कुमार मुखर्जी ने कॉलेज के प्रिंसिपल और सौरभ चटोपाध्याय ने वाइस प्रिंसिपल के पद से इस्तीफा दिया। बता दें कि 10 जून को अस्पताल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा को लेकर दोनों प्रोफेसरों ने यह कदम उठाया है।
मेडिकल कॉलेज में बाद हुए हालातों पर दुख जताते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर शैबाल कुमार मुखर्जी ने अपने पद से गुरुवार शाम को इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कॉलेज वाइस प्रिंसिपल और सौरभ चटोपाध्याय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कोलकाता के एनएसआरएमसी में डॉक्टर मंगलवार को तब से आंदोलन कर रहे हैं जब उनके दो सहयोगियों पर कथित तौर पर एक मरीज के परिवार ने मारपीट की थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
इसी बीच एम्स दिल्ली के डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों की हड़ताल का समर्थन करते हुए तत्काल केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। एम्स रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) ने कल शुक्रवार (14 जून) को एम्स नई दिल्ली को बंद रखने का फैसला किया है और सभी मेडिकल कॉलेजों तथा अस्पतालों से कल हड़ताल पर जाने का आह्वान किया है ताकि देश में स्वास्थ्य क्षेत्र में राष्ट्रव्यापी हड़ताल हो सके।
पिछले तीन दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्से में चिकित्सा सेवा बाधित होने के मद्देनजर बनर्जी दोपहर में सरकारी एसएसकेएम अस्पताल पहुंची और काम पर नहीं लौटने को लेकर डॉक्टरों को कार्रवाई के प्रति आगाह किया।डॉक्टरों की एक टीम ने इस मुद्दे पर राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात की और कहा कि उनके प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री का बयान अप्रत्याशित है।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा है कि विरोध प्रदर्शन विपक्षी पार्टियों की साजिश का ही हिस्सा है। बनर्जी ने कहा, जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल सीपीआई (एम) और भाजपा की एक साजिश है। राज्य में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग बनर्जी के ही पास है।
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