Safer Internet Day: यूजर्स को सुरक्षा के बारे में जागरुक करेगा Google, लॉन्च किया कैंपेन
दुनियाभर में 6 फरवरी को 'Safer Internet Day' मनाया जाता है। ये दिन बच्चों और युवाओं द्वारा इंटरनेट के सुरक्षित इस्तेमाल को लेकर मनाया जाता है। इस मौके पर गूगल इंडिया ने भारत में अपने यूजर्स के लिए एक इंटरनेट सेफ्टी कैंपेन लॉन्च किया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर में 6 फरवरी को 'Safer Internet Day' मनाया जाता है। ये दिन बच्चों और युवाओं द्वारा इंटरनेट के सुरक्षित इस्तेमाल को लेकर मनाया जाता है। इस मौके पर गूगल इंडिया ने भारत में अपने यूजर्स के लिए एक इंटरनेट सेफ्टी कैंपेन लॉन्च किया है। गूगल का ये कैंपेन #SecurityCheckKiya का उद्देश्य युवाओं के साथ-साथ पहली बार इंटरनेट कर रहे लोगों के लिए है। इस कैंपेन के जरिये ये उन प्रमुख उत्पादों की विशेषताओं को उजागर करेगा जो ऑनलाइन सुरक्षा को बढ़ावा दे सकते हैं।
इस तरह से काम करेगा फीचर
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक ये कैंपेन लोगों बताएगा कि ऑनलाइन कैसे सुरक्षित रहा जा सकता है। इससे उन्हें ऑनलाइन फ्रॉड से बचने में सहायता मिलेगी। गूगल ने यूजर्स की सेफ्टी का खयाल रखते हुए तीन-स्टेप अप्रोच लाया है। इसमें सिक्योरिटी चेक फीचर का प्रमोशन लिंग गूगल के होमपेज पर 6 फरवरी से दिखाया जाएगा। इसपर क्लिक कर यूजर्स अपने एंड्रॉयड फोन और जीमेल अकाउंट कि सिक्योरिटी का जायजा ले सकते हैं।
'भारत में दिख रहे कई ट्रेंड'
गूगल इंडिया की ट्रस्ट और सेफ्टी डायरेक्टर सुनिता मोहंती ने बताया कि भारतीय बाजार में कई तरह के साइबर ट्रेंड देखने को मिल रहे हैं। इनमें मालवेयर और फाइनेंशियल फ्रॉड जैसी चीजें वृद्धि में हैं। ये लगभग 400 मिलियन यूजर्स के साथ एक बाजार भी है, जिसके जल्द ही 650 मिलियन यूजर्स तक बढ़ने की उम्मीद है।
ग्रामीण लोग होते हैं फ्रॉड का जल्द शिकार
भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या करोड़ों में है जिसमें से कई ग्रामीण इलाकों से आते हैं। मोहंती ने कहा कि ऐसे इलाकों से आने वाले लोग फ्रॉड का शिकार जल्द होते हैं। शहरी यूजर्स गूगल के सेफ्टी फीचर्स के बारे में जानते हैं और वो सुरक्षित तरह से इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। वहीं ग्रामीण और टीयर-3 शहरों से आने वाले लोग स्कैम्स का शिकार अधिक होते हैं।
राज्य सरकार के साथ काम कर रहा गूगल
गूगल एंड्रॉयड के लिए 'Play Protect' फीचर को भी प्रमोट कर रहा है। इस फीचर के जरिये यूजर्स फेक ऐप का पता लगा सकते हैं। गूगल ने जनवरी के महीने में लगभगल सात लाथ फेक ऐप गूगल के प्ले स्टोर से हटाए हैं। यूजर्स को सेफ इंटरनेट फायदे बताने के लिए गूगल कई राज्य सरकारों के साथ मिलकर भी काम कर रहा है। तेलंगाना में गूगल ने सरकार के साथ मिलकर 6,000 सरकारी स्कूलों में इंटरनेट सेफ्टी प्रोग्राम चलाया। केरल में आईटी मंत्रालय के साथ मिलकर 1 लाख से ज्यादा स्कूली छात्रायों को इंटरनेट सेफ्टी के बारे में ट्रेन किया गया।
शिक्षकों को भी किया जाएगा ट्रेन
इसके अलावा साइबरबुलिंग से निपटने के लिए गूगल शिक्षकों को भी ट्रेन करने के बारे में विचार कर रहा है। मोहंती ने इस बारे में बताया, 'लगभग एक-तिहाई शहरी शिक्षक साइबरबुलिंग का केस देखते हैं लेकिन उन्हें मालूम नहीं होता कि इसपर कैसे प्रतिक्रिया दें। हम उन्हें शिकायत करने के बारे में प्रशिक्षित करेंगे।' गूगल 'Massive Open Online Courses (MOOC)' के जरिये लगभगल 30,000 शिक्षकों को इंटरनेट सेफ्टी पर ट्रेन कर चुका है।