'बीफ खाने को स्टेटस सिंबल मानने वालों को बीच चौराहे पर फांसी दी जाए'
साध्वी सरस्वती का विवादित बयान ,बोली जो लोग बीफ खाते हैं उन्हें बीच चौराहे पर फांसी दे देनी चाहिए।
भोपाल। देशभर में चल रहे बीफ विवाद पर एक नया विवाद खड़ा हो गया है, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में रहने वाली साध्वी सरस्वती ने गोवा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जो लोग बीफ को एक स्टेटस सिंबल के तौर पर खाते हैं, उन्हें बीच चौराहे पर फांसी दे देनी चाहिए। साध्वी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करुंगी कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साध्वी सरस्वती ने हिंदू समुदाय से अपील की है कि महिलाएं लव जिहाद से बचने के लिए अपने घरों में हथियार रखें।
साध्वी सरस्वती गोवा में आयोजित चार दिवसीय ऑल इंडिया हिंदू कंवेंशन के उद्घाटन सत्र में बोल रही थी, इस कार्यक्रम का आयोजन हिंदू जागृत समिति सनात संस्था की ओर से आयोजित किया गया था। यहां गौर करने वाली बात यह है कि सनातन संस्था के कुछ सदस्यों पर अंधविश्वास विरोध और तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की हत्या का मामला चल रहा है। दाभोलकर की पुणे में 2013 में हत्या कर दी गई थी।
इस कार्यक्रम से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, भाजपा और विश्व हिंदू परिषद ने दूरी बनाई और इस कार्यक्र में शामिल नहीं हुए। जिस वक्त साध्वी सरस्वती कार्यक्रम में बोल रही थी, उस दौरान उनके भाषण पर लोग जबरदस्त तालियों से उनका सम्मान कर रहे थे, इस दौरान उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती गैर हिंदू को हिंदू बनाने की नहीं अपितु पहले से जो हिंदू है उसे हिंदू बनाना है। उन्होंने सक्युलर लोगों को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो लोग यह मुखौटा पहनकर एजेंडा चला रहे हैं पहले उन्हें निशाने पर लेने की जरूरत है।
बीफ फेस्टिवल आयोजित करने वालों पर निशाना साधते हुए साध्वी सरस्वती ने कहा कि जो व्यक्ति गोमाता का मांस खाने को स्टेटस सिंबल मानता है उसे फांसी पर लटका देना चाहिए, तब लोगों को पता चलेगा कि गो माता की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि अगर हम शस्त्र नहीं रखेंगे तो आने वाले समय में हमारा विनाश होने वाला है। इस दौरान कार्यक्र में मौजूद संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय वर्तक ने केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या गो माता उनके लिए आहार है।