नाबालिग से रेप के आरोपी आसाराम को बम धमाके की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ने बताया निर्दोष
नई दिल्ली। नाबालिग से रेप करने के आरोप में राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद आसाराम को साध्वी प्रज्ञा ने निर्दोष बताया है। मालेगांव ब्लास्ट केस में कई गंभीर मुकदमों का सामना कर रहीं साध्वी इस जमानत पर बाहर हैं। साध्वी प्रज्ञा ने कहा है कि आसाराम ने कोई रेप नहीं किया है, वो निर्दोष हैं और उनकी प्रार्थना है कि भगवान उन्हें दोषमुक्त करें। साध्वी ने गुजरात के सूरत में ये बातें कहीं। यहीं कई हिन्दू संगठनों ने साध्वी की जोरदर स्वागत किया।
फैसले से पहले साध्वी का फैसला
नाबालिग से रेप के आरोप में आसाराम पर मंगलवार को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा। इससे पहले सोमवार को साध्वी ने आसाराम के निर्दोष होने की बात कही। साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि कोर्ट का फैसला तो कल आएगा, जज क्या फैसला सुनाएंगे ये तो वो जानते हैं कि लेकिन मैं मेरी इच्छा है कि भगवान आसाराम को दोषमुक्त कर दें क्योंकि उन्होंने कोई पाप नहीं किया है।
7 अप्रैल को पूरी हो चुकी है सुनवाई
नाबालिग से रेप के मामले में जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद स्वयंभू आसाराम से जुड़े केस में सुनवाई सात अप्रैल को पूरी हो गई है। जोधपुर की विशेष अदालत 25 अप्रैल को इस केस में फैसला सुनाएगी। 2013 में आसाराम पर दिल्ली और जोधपुर पुलिस ने नाबालिग से रेप का मामला दर्ज किया था। 31 अगस्त 2013 में आसाराम को गिरफ्तार किया गया था। जोधपुर की रहने वाली पीड़िता ने बताया था कि जोधपुर के आश्रम में उससे रेप किया गया था। लड़की पर 'शैतानी ताकतों' का साया होने की बात कह आसाराम ने उसका इलाज करने के लिए उसे वहां रखा था।
2008 के धमाकों में आरोपी हैं साध्वी
सितंबर 2008 में मालेगांव में हुए बम धमाकों में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 101 लोग घायल हो गए थे। इस विस्फोट के मामले में साध्वी पर कई संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं। वो इस समय भी जमानत पर हैं। उनका पासपोर्ट एनआईए के पास है, वो देश नहीं छोड़ सकती हैं। जमानत के बाद हालांकि साध्वी ने कहा था कि उन्होंने कुछ नहीं किया है और उनको कांग्रेस ने साजिश के तहत फंसाया था।
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