सीएम गहलोत की 'निकम्मा' टिप्पणी पर सचिन पायलट का पलटवार, बोले- मेरे ऐसे संस्कार नहीं
नई दिल्ली। राजस्थान में जारी सियासी संग्राम अभी तक अपने नतीजे पर नहीं पहुंचा है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 'निकम्मा' कहे जाने पर राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि शब्दों की एक लक्ष्मण रेखा होती है जिसे मैंने आज तक कभी पार नहीं किया है। मैंने अपने परिवार से कुछ संस्कार हासिल किए हैं। कितना भी मैं किसी का विरोध करुं किसी भी दल का नेता हो मेरा कट्टर दुश्मन भी हो। मैंने कभी ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया। सचिन पायलट ने आगे कहा, अशोक गहलोत जी उम्र में मुझसे काफी बड़े हैं और व्यक्तिगत रूप से मैंने उनका सम्मान ही किया है।
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बता दें कि राजस्थान में पिछले एक महीने से अधिक समय से सियासी संग्राम चल रहा है, सचिन पायलट समेत कांग्रेस के 19 विधायकों के बागी तेवर अपनाने के बाद से राज्य की राजनीति में डामाडोल हो गई है। इस बीच कई बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट में निशाना साधते हुए निकम्मा, नाकार, छूरा घोपने वाला जैसे बयान दिए हैं। इस पर जब सचिन पायलट से उनकी प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा, 'अशोक गहलोत मुझसे उम्र में काफी बड़े हैं और व्यक्तिगत रूप से मैंने हमेशा उनका मान सम्मान किया है।'
सचिन आगे कहते हैं कि अगर, उनके काम करने के तरीके में, गवर्नेंस में मुझे कुछ गलत लगता है तो उसके खिलाफ बोलना मेरा अधिकार है। उसके लिए मैं अपना विरोध जारी रखूंगा लेकिन मुझे लगता है कि जिन शब्दों का प्रयोग किया गया, उसका दुख तो सबको होता है, मुझे हुआ। लेकिन उस पर मैं कुछ प्रतिक्रिया दूं यह उचित नहीं होगा। पब्लिक बयानबाजी में शब्दों की एक लक्ष्मण रेखा होनी चाहिए, और मैंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी उस लक्ष्मण रेखा को पार नहीं किया, लेकिन जिस प्रकार की बातें बोली गई उससे सच दुनिया के सामने आ गया है।
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