राजस्थान: CM गहलोत से विवाद की खबरों के बीच दिल्ली पहुंचे पायलट, कांग्रेस ने कहा- ऑल इज वेल
नई दिल्ली, 12 जून: पिछले एक साल से राजस्थान कांग्रेस में अंदरुनी घमासान जारी है। इस बीच शुक्रवार को सचिन पायलट दिल्ली पहुंचे, जो रविवार तक वहां पर रहेंगे। शुरू में उम्मीद जताई जा रही थी कि वो राहुल गांधी ने मुलाकात करेंगे, लेकिन सूत्रों ने इस बात से इनकार कर दिया है। अभी सिर्फ उनके राजस्थान प्रभारी अजय माकन और संगठन के महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ मुलाकात की योजना है।
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मामले में अजय माकन ने कहा कि कैबिनेट, बोर्ड और आयोगों में रिक्त पदों को जल्द ही भरा जाएगा और हम सभी के साथ बातचीत कर रहे हैं। वहीं जब पत्रकारों ने पायलट की नाराजगी पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मैं उनसे नियमित रूप से बात कर रहा हूं। अगर वो नाराज होते, तो मुझसे बात नहीं करते।
वहीं जब पिछले साल पायलट ने बगावती रुख अपनाया था, तो उनको राजस्थान पीसीसी चीफ के पद से हटा दिया गया था। इसके बाद गोविंद सिंह डोटासरा को ये जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी में कोई समस्या नहीं है। राजस्थान के प्रभारी अजय माकन जल्द कैबिनेट विस्तार की बात कह रहे हैं, इसको लेकर आंतरिक रूप से चर्चा की जा रही है।
राजस्थान का सियासी मौसम : पायलट गुट के 5 विधायकों को तोड़ने की रणनीति बनाने में जुट गई गहलोत सरकार
6
विधायकों
ने
की
मुलाकात
आपको
बता
दें
कि
जितिन
के
कांग्रेस
छोड़ने
के
बाद
पायलट
ने
भी
अपने
कई
मुद्दों
को
उठाया
था।
उन्होंने
कहा
था
कि
विवाद
को
10
महीने
का
वक्त
हो
गया
है।
उस
दौरान
एक
समिति
बनाई
गई
थी,
जिसमें
सभी
मुद्दों
को
हल
करने
की
बात
कही
गई,
लेकिन
अभी
तक
ऐसा
कुछ
नहीं
हुआ
जबकि
आधा
कार्यकाल
बीत
गया
है।
पायलट
के
मुताबिक
ये
दुर्भाग्यपूर्ण
है
कि
जिन्होंने
पार्टी
के
लिए
काम
किया
है
उनकी
सुनवाई
नहीं
हो
रही
है।
इसके
अलावा
गुरुवार
को
6
विधायकों
ने
पायलट
से
मुलाकात
की
थी,
जो
उन
18
विधायकों
में
शामिल
हैं
जिन्होंने
पिछले
साल
गहलोत
के
नेतृत्व
के
खिलाफ
आवाज
उठाई
थी।