MP Bypoll: पायलट निभा रहे दोस्ती ? दो दिनों में 9 सभा लेकिन सिंधिया पर साधे रखी चुप्पी
नई दिल्ली। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) मध्य प्रदेश उपचुनाव में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में दो दिनों तक प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने 9 जनसभाएं की लेकिन उन्होंने अपने पुराने दोस्त और वर्तमान बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा। इसे लेकर राजनीतिक हलकों में अलग-अलग चर्चाएं हो रही हैं।
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इसके पहले सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) एक दूसरे से मिले भी थे। मंगलवार को ग्वालियर एयरपोर्ट की लॉबी में दोनों दोस्तों के बीच छोटी मुलाकात हुई थी। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया और पायलट ने एक दूसरे का हालचाल जाना। सिंधिया ने खुद ही इस मुलाकात की जानकारी दी थी। जब पत्रकारों ने पायलट से पूछा तो उन्होंने साफ कुछ न बोलकर बस इतना कहा कि मैं पार्टी के लिए काम करने आया हूं वो अपनी पार्टी के लिए कर रहे हैं। मुलाकात सबसे होती रहती है। पार्टी बदलने पर पायलट ने कहा कि जिसकों जहां जाना है वहां जाए।
गुर्जर
बाहुल्य
सीटों
पर
पायलट
का
प्रभाव
वहीं
सिंधिया
ने
मुलाकात
पर
कहा
था
कि
मध्य
प्रदेश
की
परंपरा
स्वागत
करने
की
है।
इसी
के
चलते
मैने
भी
उनका
स्वागत
किया।
सिंधिया
ने
कहा
कि
मैं
अपना
काम
कर
रहा
हूं,
कांग्रेस
वाले
अपना
काम
कर
रहे।
मैं
किसी
को
सलाह
नहीं
दे
सकता।
बता दें कि ग्वालियर-चंबल में कई सीटों पर गुर्जर मतदाता भारी संख्या में हैं। यही वजह है कि पार्टी ने कांग्रेस के नेता सचिन पायलट को गुर्जर प्रभाव वाली सीटों पर प्रचार के लिए बुलाया था। कांग्रेस के सभी नेता चुनाव प्रचार में सिंधिया को गद्दार कह रहे हैं वहीं सचिन पायलट ने सिंधिया का नाम नहीं लिया। इस दौरान सचिन पायलट ने शिवराज सिंह चौहान और भाजपा पर खूब हमलावर रहे। इस पर पायलट ने कहा तो मुझे कहना है वह मैं डंके की चोट पर कहता हूं। जो नहीं कहना वह जानता हूं। पायलट ने कांग्रेस को सिद्दांतों की राजनीति करने वाली पार्टी बताया।
मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार करने पहुंचे सचिन पायलट, सिंधिया से हुई मुलाकात