अभी तक सबरीमाला मंदिर नहीं पहुंच सकी एक भी महिला, तृप्ति देसाई हिरासत में
नई दिल्ली। केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर अभी तक घमासान जारी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी महिलाएं मंदिर में प्रवेश नहीं कर पा रही है। मंदिर के कपाट 17 अक्टूबर को खुल गए हैं लेकिन अभी तक किसी भी महिला ने मंदिर के भीतर दर्शन नहीं किए हैं। इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उन्होंने एसपी अहमदनगर को गुरुवार को एक पत्र लिखा था और पीएम मोदी से मिलने की मांग की थी। उन्होंने पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें पीएम मोदी से मिलने दिया जाए ताकि वह सबरीमाला मंदिर के बारे में उनसे बात कर सके।
दरअसल पीएम मोदी आज शिरडी के दौरे पर जा रहे हैं, लिहाजा पीएम के दौरे से पहले तृप्ति ने पीएम से मिलने की मांग की थी। उन्होंने धमकी दी थी कि अगर उन्हें पीएम से मिलने नहीं दिया जाता है तो वह पीएम मोदी का काफिला रोकेंगी। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद देसाई ने कहा कि जब हम आज शिरडी पहुंचने वाले थे यहां पहले से ही पुलिस फोर्स मौजूद थी, यह गलत है। प्रदर्शन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। लेकिन हमे घर पर ही रोक दिया गया है। पीएम मोदी तक हमारी आवाज को पहुंचने से दबाया जा रहा है।
मंदिर के कपाट खुलने के तीसरे दिन भी महिलाओं के मंदिर प्रवेश को लेकर लगातार प्रदर्शन जारी है। बड़ी संख्या में लोग मंदिर के भीतर महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 10-50 साल की उम्र की किसी भी महिला को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा, हम सबरीमाला की रक्षा कर रहे हैं।