भीड़ के धमकाने-गालियां देने के बाद भी डटी रही महिला पत्रकार, आंखों से निकले आंसू पर नहीं मानी हार
नई दिल्ली। सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश करने के बाद केरल में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुआ और हिंसक घटनाएं होती रहीं। इस हिंसा में कई लोगों को चोट आई थी। प्रदर्शन करने वालों ने कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कई मीडियाकर्मियों पर हमले भी किए गए थे और उनको धमकाया गया था, शाजिला अब्दुलरहमान उनमें से एक थी। लेकिन शाजिला उन धमकियों से डरी नहीं, उनकी आंख से आंसू निकलते रहे लेकिन वे अपना काम करती रहीं।
आंखों में आंसू और हाथ में कैमरा थामे रही महिला पत्रकार
महिला पत्रकार आंखों में आंसू और हाथ में कैमरा थामे रहीं और घटना को कवर करती रहीं। शाजिला की ये तस्वीर अखबार मातृभूमि में छपी थी, जिसे सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है। केरल के कैराली टीवी की तरफ से शाजिला विरोध प्रदर्शन को कवर करने तिरुवनंतपुरम गई थीं।
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शाजिला को धमकी दी गई और कैमरा तोड़ने की कोशिश भी हुई
शाजिला ने कहा, 'मैं हैरान थी, जब किसी ने पीछे से मेरी पीठ पर लात मारी, ये मेरे करियर का सबसे बुरा अनुभव था।' शाजिला को प्रदर्शनकारियों ने धमकाया, गालियां दी और उनका कैमरा तोड़ने की कोशिश की। शाजिला ने कहा, ' मैं दर्द से परेशान थी लेकिन अपना काम करती रही।' शाजिला जब वीडियो कैमरे से विरोध प्रदर्शन को शूट कर रही थीं, उस वक्त उनपर भी हमला किया गया और धमकाया गया।
सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश के बाद विरोध प्रदर्शन
बता दें कि इस हिंसा के लिए सीएम विजयन ने आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि संघ परिवार सबरीमाला को लड़ाई का मैदान बनाना चाहता था। इस हिंसा में एक बीजेपी कार्यकर्ता मौत हो गई थी। कई हिंदू संगठनों और बीजेपी ने सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश करने का विरोध किया था।