आर्टिकल 370, अयोध्या, CAA: जयशंकर बोले-'चीन की तरह सुपरपावर बनना है तो 70 साल की समस्याओं को सुलझाना होगा'
नई दिल्ली। मोदी सरकार में विदेश मंत्री का रोल निभा रहे एस जयशंकर ने अपनी सरकार के कुछ चर्चित फैसलों पर प्रतिक्रिया दी है। सोमवार को एक कार्यक्रम में बोलते हुए जयशंकर ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर कहा कि पिछले 70 सालों से देश समस्याओं का सामना कर रहा था। उन्होंने कहा कि दशकों से इकट्ठा समस्याओं को दूर करने के मकसद से अब कदम उठाए जा रहे हैं।
विरासत में मिली समस्याएं
विदेश मंत्री ने कहा, 'आज हमारे पास विरासत में मिलीं कई समस्याएं हैं और जब आप देखेंगे कि इस देश में क्या हो रहा है तो ये समस्याएं हमें घेर लेती हैं। जिन समस्याओं को पिछले कुछ समय से नजरअंदाज किया गया है, हम उन्हें दूर करने के लिए काफी कुछ कर रहे हैं।' जयशंकर ने इसके बाद कहा, 'नागरिकता मुद्दे को ही देखिए जो कि 40-50 वर्ष पहले का मुद्दा है। राजीव गांधी ने असम के साथ सन् 1980 में एक समझौता किया था।' जम्मू कश्मीर राज्य को मिले विशेष दर्जे को खत्म करने पर भी जयशंकर ने बयान दिया। उन्होंने कहा, 'जब आप 370 जो कि एक अस्थायी कानून था, उसे देखते हैं तो पता लगता है कि 70 सालों से यह अटका था।'
अयोध्या: किसी देश में 150 साल पुरानी समस्या नहीं
विदेश मंत्री ने इस कार्यक्रम पर अयोध्या मुद्दे पर भी बात की। जयशंकर ने कहा, 'आज दुनिया के किसी एक देश के बारे में मुझे बता दीजिए जहां पर कोई कोई समस्या 150 सालों से चली आ रही हो।' पूर्व राजनयिक जयशंकर ने कार्यक्रम के दौरान चीन का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि चीन आज अगर सुपरपवार बना है तो उसने दशकों की समस्याओं को पहले सुलझाया है और तब कहीं जाकर उसे यह दर्जा हासिल हो सका है।थिंक टैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के समीर सरन और अखिल देओ की किताब, 'पैक्स सिनिक: इम्पलीकेशंस फॉर द इंडियन डॉन,' की लॉन्चिंग पर विदेश मंत्र जयशंकर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे।
भारत समस्याओं को पाल कर रखे रहने का आदी
जयशंकर ने कहा, 'हम चीन की तरह एक ऐसे सफर पर हैं जहां भारत एक विकसित समाज से एक आधुनिक राज्य के तौर पर तब्दील हो रहा है। बस अंतर इतना है कि वे पहले एक समस्या को देखते हैं और फिर यह विचार करते हैं कि इसे कितनी जल्दी सुलझाया जा सकता है।' जयशंकर के मुताबिक जो जितनी जल्दी से समस्या सुलझाते हैं, उन्हें ही पुरस्कार मिल पाता है। जयशंकर ने कहा कि चीन से अलग भारत एक ऐसे देश के तौर पर है जिसने दशकों से समस्याओं को पाल कर रखा हुआ है।
क्यों साल 2016 ISI ऑफिसर्स आए थे भारत
जयशंकर ने इस दौरान उस फैसले के बारे में भी बात की जिसके तहत साल 2016 में पठानकोट आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के ऑफिसर्स को भारत आने दिया गया था। जयशंकर ने कहा, 'जिस समय पठानकोट आतंकी हमला हुआ, उस समय पाकिस्तान ने भी इस बात को स्वीकार किया कि हमलावर कौन थे। उस समय के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस बात से इनकार नहीं किया था।' विदेश मंत्री के मुताबिक मोदी सरकार को मालूम था कि कौन पीड़ित है और कौन साजिशकर्ता है।