Coronavirus: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की भारतीय राजदूतों से फोन पर बात, विदेशों में बसे भारतीयों के लिए दिया यह मैसेज
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कोहराम के बीच ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विदेशों में तैनात भारतीय राजदूतों से बात की है। गुरुवार को एक के बाद जयशंकर ने उच्चायोगों को फोन लगाया और उच्चायुक्तों बात की। जयशंकर ने इन उच्चायुक्तों को बताया कि सरकार की तरफ से संकट से निबटने के लिए क्या कदम उठाए हैं? जयशंकर ने राजनयिकों से कहा है कि वह अलर्ट रहें। पूरी दुनिया में कोरोना की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 11,402 पर पहुंच गया है। सबसे ज्यादा हालात इटली में खराब हैं जहां पर 4,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत ने सभी अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स को किया बैन
जयशंकर ने गुरुवार शाम 4:45 मिनट पर उच्चायोगों में फोन लगाया। कई उच्चायुक्तों ने जयशंकर से सवाल किया कि उन भारतीयों का सामना कैसे करें जो डरे हुए हैं और देश लौटना चाहते हैं? जयशंकर ने उन्हें बस एक ही बात कही कि सभी भारतीयों से कहें कि वे अपने घरों में रहें और उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। जयशंकर ने कहा कि राजनयिक भारतीय समुदाय के संपर्क में रहें। उन्हें इस बात का भरोसा दिलाएं कि उन्हें संकट की वजह से डरने की आवश्यकता नहीं है। विदेश मंत्री की तरफ से भारतीय राजनयिकों से बात करने का फैसला उस समय लिया गया जब भारत ने 22 मार्च से अगले एक हफ्ते के लिए देश में इंटरनेशनल फ्लाइट्स की लैंडिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत ने यह फैसला कोरोना की रोकथाम करने के मकसद से लिया है।
राजनयिकों की भूमिका सबसे अहम
जयशंकर मत्रियों के उस समूह (जीओएम) का हिस्सा हैं जिसे वायरस से निपटने के लिए भारत सरकार की तरफ से गठित किया गया है। उच्चायुक्तों से बातचीत में विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बात को समझा कि स्थिति का सामना करने में राजनयिकों को रोल सबसे अहम है। सूत्रों की मानें तो सरकार और विदेश मंत्री इस बात को समझते हैं कि कई देशों जैसे इटली, चीन, ईरान, स्पेन, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम में तैनात राजनयिकों के लिए समय बेहद चुनौतीपूर्ण है। इन देशों में कोविड-19 के सबसे ज्यादा केसेज हैं।