कोरोना के खिलाफ एक और अच्छी खबर, रूसी वैक्सीन 'स्पुतनिक वी' का ट्रायल भारत में शुरू
कोरोना वायरस के खिलाफ देश में अलग-अलग वैक्सीन पर चल रहे ट्रायल के बीच एक और राहत भरी खबर आई है।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ देश में अलग-अलग वैक्सीन पर चल रहे ट्रायल के बीच एक और राहत भरी खबर आई है। अब रूस में तैयार हुई सबसे पहली वैक्सीन 'स्पुतनिक वी' का क्लीनिकल ट्रायल भारत में भी शुरू हो गया है। डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज और रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने मंगलवार को बताया कि हिमाचल प्रदेश की सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी से अनुमति मिलने के बाद उन्होंने 'स्पुतनिक वी' वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है। डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि 'स्पुतनिक वी' वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग केंद्रों पर होगा, जिसमें वैक्सीन से सुरक्षा और रोग-प्रतिरोधक क्षमता पर अध्ययन किया जाएगा।
डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि एक क्लिनिकल रिसर्च पार्टनर के तौर पर जेएसएस मेडिकल रिसर्च 'स्पुतनिक वी' वैक्सीन का ट्रायल करेगी। इसके अलावा डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने वैक्सीन के संबंध में एडवाइजरी सपोर्ट और क्लिनिकल ट्रायल सेंटर के इस्तेमाल के लिए जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (BIRAC) के साथ भी करार किया है। इससे पहले सितंबर 2020 में डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज और रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के बीच स्पुतनिक वी वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल और भारत में इस वैक्सीन की 100 मिलियन डोज के वितरण को लेकर करार हुआ था।
'कोरोना
के
खिलाफ
वैक्सीन
95
फीसदी
सफल'
आपको
बता
दें
कि
11
अगस्त
2020
को
ही
रूस
ने
इस
वैक्सीन
को
मंजूरी
दी
थी।
स्पुतनिक
वी
वैक्सीन
को
रूस
के
गैमेलिया
नेशनल
रिसर्च
इंस्टीट्यूट
ऑफ
एपिडेमियोलॉजी
एंड
माइक्रोबायोलॉजी
ने
तैयार
किया
है।
हाल
ही
में
गैमेलिया
नेशनल
रिसर्च
इंस्टीट्यूट
ने
इस
वैक्सीन
के
क्लीनिकल
ट्रायल
के
नतीजे
जारी
करते
हुए
बताया
था
कि
कोरोना
वायरस
के
खिलाफ
उनकी
वैक्सीन
95
फीसदी
सफल
पाई
गई
है।