RunForUnity: बोले अमित शाह- 370 और 35A देश में आतंकवाद की एंट्री का गेटवे बनी हुई थी
नई दिल्ली। आज पूरे देश भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती मनाई जा रही है, हर साल इस दिन को 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के तौर पर मनाया जाता है, इस मौके पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शाह ने दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में 'रन फॉर यूनिटी' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, बता दें कि आज के दिन हर साल 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया जाता है।
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PM मोदी ने सरदार पटेल का सपना पूरा किया: अमित शाह
इस मौके पर अमित शाह ने लोगों को स्टेडियम में संबोधित भी किया, उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एक धागे में पिरोने का काम किया था, मोदी सरकार ने उनके अधूरे सपने को पूरा किया है। जम्मू-कश्मीर का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि 70 साल हो गए लेकिन किसी ने अनुच्छेद 370 को छूना भी मुनासिब नहीं समझा।
'आर्टिकल 370 और 35ए आतंकवाद की एंट्री का गेटवे बनी हुई थी'
2019
में
देश
की
जनता
ने
फिर
से
एक
बार
मोदी
जी
को
देश
का
प्रधानमंत्री
बनाया
और
5
अगस्त
को
देश
की
पार्लियामेंट
ने
370
और
35ए
को
हटाकर
सरदार
साहब
का
अधूरा
स्वप्न
पूरा
करने
का
काम
किया
है,
प्रधानमंत्री
मोदी
ने
182
मीटर
का
स्टैच्यू
बनाकर
सरदार
पटेल
के
काम
को
दुनिया
के
सामने
पेश
किया
और
उन्हें
पर्याप्त
तवज्जो
और
श्रद्धांजलि
दी।
उन्होंने
कहा,
आर्टिकल
370
और
35ए
देश
में
आतंकवाद
की
एंट्री
का
गेटवे
बनी
हुई
थी,
जिसे
पीएम
मोदी
के
नेतृत्व
में
हटाया
गया।
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'पटेल की वजह से भारत एक है'
अमित शाह ने कहा, देश आजाद होने के बाद 550 से ज्यादा रियासतों में देश को बांटने का काम अंग्रेजों ने किया था, पूरा देश और दुनिया मानती थी कि भारत को आजादी तो मिली लेकिन भारत बिखर जाएगा। लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल ने एक के बाद एक रियासत को देश के साथ जोड़ने का काम किया।
कश्मीर में नहीं हो पाया विकास: अमित शाह
सरदार पटेल ने 550 से ज्यादा रियासतों को एक करके देश को अखंड बनाया परन्तु एक कसक छूट गई थी जम्मू और कश्मीर का भारत के साथ विलय तो हुआ मगर अनुच्छेद 370 और 35ए के कारण जम्मू और कश्मीर हमारे लिए जैसे एक समस्या बनकर रह गया, वहां विकास नहीं हो पाया।
देश का मस्तक है कश्मीर: अमित शाह
लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और आज से वो हमारे साथ अधिकारिक तौर पर जुड़ गया है, वो देश का मस्तक है और वहां भी बहुत जल्द विकास का सवेरा दिखेगा। मालूम हो कि आज से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश बन गए हैं, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी।
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