आप नेता भगवंत मान पर प्रॉपटी और आमदनी की जानकारी छिपाने का आरोप, RTI कार्यकर्ता ने दर्ज कराई शिकायत
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता और कॉमेडियन भगंवत मान के खिलाफ एक आरटीआई कार्यकर्ता ने शिकायत दर्ज कराई है। आरटीआई कार्यकर्ता ने संगरूर से मौजूदा सांसद मान पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने हलफनामे में आय और संपंति को लेकर गलत जानकारी दी है। भगंवत मान की इस मामले में आने वाले दिनों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। साल 2014 में भगंवत मान आम आदमी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़कर पहली बार संसद पहुंचे थे।
भगवंत मान नई मुसीबत में फंसे
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक संगरूर के रहने वाले कमल आंनद ने मुख्य चुनाव आयुक्त, मुख्य चुनाव अधिकारी, पंजाब और जिला निर्वाचन अधिकार कम उपायुक्त को शिकायत कर आरोप लगाया है कि भगंवत मान द्वारा दाखिल साल 2012, 2017 और 2019 में दाखिल एफिडेविट में बहुत अंतर है। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ जलालाबाद से विधानसभा चुनाव लड़ा था। उस समय हलफनामें में उन्होंने अपनी वार्षिक आय 9.34 लाख रूपये घोषित की थी। लेकिन 2019 में दाखिल हलफनामे में उसी साल(2016-17) के लिए अपनी आय 16.54 लाख रुपये बताई है।
'मान के खिलाफ दिए जाए जांच के आदेश'
कमल आनंद ने अपने आरोप में कहा कि मान ने अपने हलफनामे में बीरकलां गांव में खुद की 18 कनाल से अधिक अर्जित संपति बताई है। लेकिन साल 2014 लोकसभा चुनाव में दाखिल हलफनामें में ये 5 कनाल बताई गई थी। आनंद ने कहा कि मान के खिलाफ जन प्रतिनिधत्व कानून, 1951 के सेक्शन 125 ए के तहत और भारतीय दंड संहिता की धारा 177 के तहत गलत जानकारी देने, जानबूझकर संपति और आय की जानकारी छुपाने के लिए जांच के आदेश देने चाहिए।
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मान ने आरोपों से इनकार किया
आप नेता और सांसद भगवंत मान ने खुद पर लगे आरोपों से इनकार करते हुए इसे आधारहीन बताया। उन्होंने कहा किअगर मुझे संस्थाओं द्वारा इस मामले में कोई नोटिस दिया गया तो मैं इसका जवाब दूंगा। वहीं जिला निर्वाचन अधिकार कम उपायुक्त का कहना है कि वो इस मामले को देखेंगे। मान ने 2014 के लोकसभा चुनाव में करीब सवा दो लाख वोट के अंतर से विजय हासिल की थी। इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के केवल ढिल्लो और शिरोमणि अकाली दल के परमिंदर ढींडसा है।
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