नेताजी के कार्यक्रम में लगे जयश्री राम के उदघोष पर RSS नाराज, कहा-'जो हुआ वो सही नहीं'
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने बुधवार को कहा कि वह कोलकाता में आयोजित नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन की 124 वर्षगांठ के कार्यक्रम के दौरान जय श्री राम नारेबाजी का समर्थन नहीं करती है। बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान जब मुख्यंत्री ममता बनर्जी संबोधन के लिए मंच पर आईं तो भीड़ में लोग जय श्री राम का नारा लगाने लगे थे, जिसके बाद ममता बनर्जी नाराज हो गई थीं। वहीं इस कार्यक्रम के दौरान नारेबाजी का आरएसएस ने गलत बताया है।
बंगाल यूनिट के आरएसएस के जनरल सेक्रेटरी जिष्णु बसु ने कहा कि संघ का यह मानना है कि नेताजी को श्रद्धांजलि देने के कार्यक्रम के दौरान जय श्री राम का नारा नहीं लगाना चाहिए था। गौरतलब है कि 23 जनवरी को आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान जब जय श्री राम की नारेबाजी हुई तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज हो गई थीं। कार्यक्रम के दौरान मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बैठे थे। जब ममता बनर्जी को मंच पर संबोधन के लिए बुलाया गया तो भीड़ में कुछ लोग जय श्री राम और मोदी-मोदी का नारा लगाने लगे थे।
जिष्णु बसु ने कहा कि जो कुछ कार्यक्रम के दौरान हुआ उससे संघ खुश नहीं है, जिन लोगों ने यह नारेबाजी की उन्होंने ना तो नेताजी का सम्मान किया और ना ही राम का। यह कार्यक्रम नेताजी को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया था। लेकिन जिन लोगों ने इस दौरान जय श्री राम का नारा लगाया उनकी पहचान होनी चाहिए, पार्टी को यह पता लगाना चाहिए कि जो लोग इसमे शामिल थे क्या वो अव्यवस्था फैलाना चाहते थे।
वहीं पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ भाजपा नेता का कहना है कि जिन लोगों ने यह नारेबाजी की वो दूसरे राज्य के वरिष्ठ नेता के करीबी हैं। प्रदेश में आगामी चुनाव के मद्देनजर पीएम मोदी का यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था, लेकिन नारेबाजी ने पूरे कार्यक्रम में खलल डाल दी। जिस तरह से यह नारेबाजी हुई उसका ममता बनर्जी ने अपने पक्ष में इस्तेमाल किया। वह परिपक्व नेता हैं और उन्होंने तुरंत दांव खेलते हुए भाजपा के लिए स्थिति को असहज कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान नारेबाजी के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे लगता है कि सरकारी कार्यक्रम की कुछ मर्यादा होती है, यह किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं है, यह कार्यक्रम सभी दलों और हर किसी का है। ममता ने कहा कि मैं केंद्र सरकारी की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने नेताजी के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया। लेकिन किसी को आमंत्रित करके बेइज्जत करना आप लोगों को शोभा नहीं देता है। इसके विरोध में मैं अब कुछ नहीं बोलूंगी, जय हिंद, जय बंगला।