पाकिस्तान से गिलगिट-बल्टिस्तान और PoK को खाली कराने के लिए RSS नेता ने शुरू किया अभियान
नई दिल्ली। आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने पाकिस्तान के खिलाफ अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने पीओके व गिलगिट बल्टिस्तान को पाकिस्तान से खाली कराने के लिए मंगलवार को इस अभियान की शुरुआत की है। इंद्रेश कुमार ने जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और फारुक अब्दुल्ला से मांग की है कि वह भारत छोड़ दें और पाकिस्तान या चीन में जाकर बस जाएं। दरअसल महबूबा और अब्दुल्ला ने तिरंगे को लेकर हाल ही में बयान दिया है और कथित तौर पर चीन से जम्मू कश्मीर का पूर्व का दर्जा बरकार रखने में मदद की बात कही थी, जिसके विरोध में इंद्रेश कुमार ने दोनों नेता से भारत छोड़ने के लिए कहा।
Recommended Video
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की कांन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि आपको हिंदुस्तान छोड़ देना चाहिए, आपको जम्मू कश्मीर छोड़ देना चाहिए, आपको कश्मीर छोड़कर चीन चले जाना चाहिए। फारुक अब्दुल्ला पर तीखा हमला बोलते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि हमे एक प्रस्ताव पास करना चाहिए कि ये लोग चीन जाएं और हमपर दया करें। पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती पर तीखा हमला बोलते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि आपको जहां अच्छा लगे वहां चले जाना चाहिए।
गुपकार गठबंधन के बारे में बोलते हुए आरएसएस नेता ने कहा कि जब जम्मू कश्मीर के इन नेताओं को जेल भेजा गया तो किसी को भी इस बात का अफसोस नहीं हुआ। किसी ने इन लोगों के समर्थन में रैली नहीं की, नाराजगी जाहिर नहीं की, ना ही इन लोगों के समर्थन में धरना दिया। किसी ने भी कश्मीर बंद का ऐलान नहीं किया। बल्कि बड़ी संख्या में लोगों ने खुशी जाहिर की जिन्होंने लोगों को लूटा, लोगों की हत्या कराई, वो जेल चले गए। भारत 70 साल के बाद एक देश बना है, यह एक देश है, यहां एक झंडा है, एक संविधान है, एक नागरिकता है, एक नारा और एक ही राष्ट्रगान है।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि अब पीओके और गिलगिट बल्टिस्तान के लिए आवाज बुलंद की जाएगी। ये जम्मू कश्मीर का हिस्सा थे, लिहाजा इसे फिर से भारत में शामिल किया जाना चाहिए। आज से पीओके, बल्टिस्तान-गिलगिट को पाकिस्तान द्वारा खाली कराने के लिए अभियान की शुरुआत की जाएगी। पाकिस्तान को इन जगहों से अपनी सेना को वापस बुला लेना चाहिए।
इसे भी पढ़ें- सिब्बल को लेकर कांग्रेस में घमासान, अधीर रंजन बोले- चुनाव प्रचार में तो नहीं दिखे थे