आरएसएस ने आरक्षण को लेकर दिया बड़ा बयान, कहा-जब तक असमानता है आरक्षण जरूरी
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक का सोमवार को समापन हो गया। आरएसएस ने देश में आरक्षण को लेकर एक बार फिर बयान दिया है। आरएसएस के संयुक्त महासचिव दत्तात्रेय होसाबले ने कहा, समाज में सामाजिक और आर्थिक असमानता के कारण आरक्षण की आवश्यकता है। होसाबले ने कहा कि, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए जब तक लोगों को इसकी जरूरत महसूस होती है।
होसाबले से यह पूछे जाने पर कि क्या आरएसएस को लगता है कि आरक्षण अनिश्चित काल तक जारी नहीं रहना चाहिए? इस पर दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि यह व्यवस्था के लाभार्थियों पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि आरक्षण के लाभार्थियों को जब तक इसकी जरूरत महसूस होती है, इसे जारी रखना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार के कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के निर्णय को ऐतिहासिक निर्णय बताया।
उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक निर्णय है, जो उस क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण था। आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने मोदी सरकार के 100 दिन के अंदर हुए कार्य को भी संतोषजनक बताया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय में भी राष्ट्रभक्त लोग हैं, लेकिन उन्हें मदरसों की स्थिति को सुधारना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी जनजाति आबादी भारत में है। संघ उनके विकास की जरूरत महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि जनजाति क्षेत्रों में धर्म परिवर्तन बड़ी चुनौती है।
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