अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से संबंधित अंतिम फैसला जल्द सुनाएगा सुप्रीम कोर्ट: आरएसएस
सीमा पर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति को देखते हुए संघ चाहता है कि पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध जारी रहे। चाइनीज सामानों का विरोध करना है या नहीं, यह समाज पर छोड़ देना चाहिए।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस को उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए जल्द ही मंंजूरी दे सकता है। यह बात आरएसएस के दिल्ली में जनरल सेक्रेटरी भरत भूषण ने गुरुवार को यूपी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले कही।
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देश की सीमा पर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति को देखते हुए संघ चाहता है कि पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध जारी रहे। हालांकि, संघ का मानना है कि चाइनीज सामानों का विरोध करना है या नहीं, यह खरीदारों के ऊपर छोड़ देना चाहिए।
भरत भूषण ने मीडिया को बताया कि,'राम मंदिर बनने में हमारा विश्वास है और अयोध्या में राम जन्मभूमि पर यह बनना चाहिए। यह कुछ ही दिनों, महीनों या साल में बन ही जाएगा।
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देश की ख्वाहिश है कि अयोध्या में विशाल राम मंदिर बने। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और हमें उम्मीद है कि सर्वोच्च न्यायालय जल्द ही इस मामले पर अपना अंतिम फैसला सुनाएगा।'
भरत भूषण के मुताबिक, राम मंदिर के निर्माण का यूपी विधानसभा चुनावों से कोई संबंध नहीं है। जबकि पाकिस्तानी कलाकारों के भारत आने पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि जिन पाक कलाकारों ने भारत आकर आतंकवाद का विरोध नहीं किया और ऐसा करने के लिए कहने वालों पर ही उंगली उठा दी, उन्हें बैन कर देना चाहिए।'
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उन्होंने स्वदेशी जागरण मंच का हवाला देते हुए कहा कि आरएसएस विदेशी उत्पादों की बजाय देसी उत्पादों पर निर्भरता बढ़ाने को लेकर वकालत करता रहा है। इसके माध्यम से चीनी दवाओं पर प्रतिबंध लगाने की अपील लगातार की जा रही है।