हिंदू जागरण मंच अगले 6 महीन में 2100 मुस्लिम लड़कियों का हिंदू लड़कों से कराएगा विवाह
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नई दिल्ली। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं तो दूसरी तरफ आरएसएस की शाखा हिंदू जागरण मंच बेटी बचाओ, बहू लाओ अभियान की शुरूआत करने जा रहा है, हिंदू जागरण मंच यह अभियान लव जिहाद को जवाब देने के लिए शुरू करने जा रहा है। लव जिहाद के जवाब में हिंदू जागरण मंच जोकि आरएसएस की ही एक शाखा है अब मुस्लिम औरतों की हिंदू युवको से शादी कराएगा। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक हिंदू जागरण मंच 2100 मुस्लिम महिलाओं को जोकि खुद अपनी मर्जी से हिंदू युवकों से विवाह करना चाहती हैं उनका अगले छह महीनों के भीतर विवाह कराएगा। हिंदू जागरण मंच के इस ऐलान के बाद एक नया विवाद खड़ा हो सकता है।
मुस्लिम लड़कियों का धर्म नहीं बदला जाएगा
खबर के मुताबिक यह विवाह हिंदू रीति रिवाज के साथ किया जाएगा और मुस्लिम महिलाओं को अपना धर्म बदलने की जरूरत नहीं होगी। इन लोगों का विवाह कराने के अलावा हिंदू जागरण मंच इन्हें सुरक्षा, आर्थिक मदद और सामाजिक सहयोग भी मुहैया कराएगा। हिंदू जागरण मंच के वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि इसके लिए बाकायदा एक अभियान शुरू किया जाएगा, यह अभियान लव जिहाद के जवाब में शुरू किया जा रहा है, जिसमें हिंदू लड़कियों को मुस्लिम युवक शादी कराकर उनका धर्म बदलवा देते हैं।
हादिया के मुद्दे पर चल रही है बहस
आपको बता दें कि मौजूदा समय में हादिया का मामला सुर्खियों में है, जिसने केरल में एक हिंदू युवक से विवाह कर लिया है। हादिया ने शफीन जहान से शादी कर ली है, लेकिन यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है। हादिया के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी की मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है, लिहाजा उसकी शादी को मान्यता नहीं दी जाए।
अपने जाल में फंसाते हैं मुस्लिम
हिंदू जागरण मंच के यूपी मुखिया अज्जू चौहान ने बताया कि मुस्लिम युवक लव जिहाद के लिए सिर्फ हिंदू लड़कियों को अपना निशाना बनाते हैं। वह अपनी पहचान को छिपाते हैं, अपनी कलाई में कलेवा पहनते हैं, माथे पर तिलक लगाते हैं और हनुमान चालीसा पढ़ते हैं, ताकि हिंदू लड़की को अपने जाल में फंसा सके, जो जिस भाषा में समझेगा उसको वैसे समझाएंगे। अज्जू ने कहा कि हम अपने अभियान में इस बात की भी लोगों को जानकारी देंगे कि मुस्लिम दंपति के बच्चे हिंदू दंपति की तुलना में अधिक होते हैं।
10 बच्चे पैदा करती हैं मुस्लिम महिलाएं
अज्जू ने कहा अगर मुस्लिम लड़की मुस्लिम परिवार में विवाह करती है तो उसे 10 बच्चे पैदा करने होते हैं और जब ये बच्चे बड़े होते हैं तो हिंदुओं के खिलाफ बोलते हैं। लेकिन जब उस लड़की का हिंदू परिवार में विवाह होता है तो उसे इतने बच्चे नहीं पैदा करने होते हैं और वह हिंदू आबादी को भी बढ़ाती है। बहरहाल इस समय जहां देशभर में सांप्रदायिकता को लेकर अलग बहस छिड़ी है, उस समय हिंदू जागरण मंच का यह अभियान काफी विवाद खड़ा कर सकता है।
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