नागपुर से मोहन भागवत ने दिए संकेत, मोदी को टक्कर देने वाला कोई नहीं
मोदी सरकार की तारीफ करते हुए भागवत ने कहा कि डोकलाम जैसी घटना अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की प्रतिमा को नयी सम्मानजनक उँचाई प्रदान करती है।
नई दिल्ली। विजयादशमी के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए देश और समाज हित से जुड़े तमाम मुद्दों पर बात की साथ ही उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों को राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताया। नागपुर मुख्यालय में शस्त्र पूजन के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भागवत ने केंद्र की मोदी सरकार की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि आतंकियों को खत्म करने की रणनीति का सकारात्मक असर जमीन पर दिखने लगा है। जिस दृढ़ता के साथ आतंकियों और सीमा पार फायरिंग से सरकार निपट रही है वह काबिलेतारीफ है।
कश्मीर में अलगाववादियों पर कार्रवाई
भागवत ने कहा कि हाल के महीनों में जिस तरह कश्मीर में अलगाववादियों को हैंडल किया गया है। उसका सकारात्मक असर दिख रहा है। अलगाववादियों के अवैध आर्थिक स्त्रोतों को खत्म कर सरकार ने उनके झूठे प्रोपगेंडा और भड़काऊ कार्रवाई को नियंत्रित किया है।
अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत का मान बढ़ा
मोदी सरकार की तारीफ करते हुए भागवत ने कहा कि डोकलाम जैसी घटना अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत की प्रतिमा को नयी सम्मानजनक उँचाई प्रदान करती है। भागवत ने कहा कि कश्मीर पर दृढ़ता का स्वागत है लेकिन लद्दाख, जम्मू सहित सम्पूर्ण राज्य में भेद भावरहित, पारदर्शी व स्वच्छ प्रशासन की आवश्यकता है। केंद्र की मोदी सरकार के आर्थिक मोर्चे पर तारीफ करते हुए भागवत ने कहा कि आर्थिक विकास की दिशा में हम आगे बढ़े। आर्थिक मोर्चे पर हर फैसले का अध्ययन होना चाहिए इसके साथ आर्थिक नीति ऐसी हो जिससे सभी वर्गों का कल्याण हो।
महिला कल्याण पर हुए बेहतर काम
मोहन भागवत ने कहा कि महिला वर्ग लेकर ''बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'' जैसी योजनाएं भी चल रही हैं। स्वच्छता अभियान जैसे उपक्रमों से नागरिकों में कर्तव्य भावना का संचार कर उनकी सहभागिता भी प्राप्त की जा रही है। देश के अंदर भी अनेक व्यवस्थाओं में छोटे, बड़े सुधारों का प्रयास, चिन्तन में भी कहीं कहीं मूलगामी बदलाव के प्रयास, जनमानस में नवीन आशा व साथसाथ अपेक्षाओं का भी सृजन कर रहे हैं। बहुत कुछ हो रहा है, होगा इसके साथ जो हो रहा है उसमें, तथा और अधिक कुछ होना चाहिये उसको लेकर समाज में चर्चाएं चल रही है।
आर्थिक मोर्चे पर पीएम ने किए कई बेहतर बदलाव
संघ प्रमुख ने कहा कि भ्रष्टाचार पर नियंत्रण, आर्थिक स्थिति में द्रुतगति से प्रगति तथा समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुँचाने के लिये शासन के द्वारा जनधन, मुद्रा, गैस सब्सिडी, कृषि बीमा जैसी अनेक लोककल्याणकारी योजनाएँ व कुछ साहसी निर्णय किये गये। परंतु अभी भी एकात्म व समग्र दृष्टि से देश की सभी विविधताओं व आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर उद्योग, व्यापार, कृषि, पर्यावरण को एकसाथ चलानेवाली, देश के बडे उद्योगों से लेकर छोटे मध्यम व लघु उद्योगों को तक, खुदरा व्यापारियों, कृषकों व खेतीहर मजदूरों तक सबके हितों का ध्यान रखनेवाली समन्वित नीति की आवश्यकता है।
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