धारा-370 खत्म करने पर क्या कहा मोहन भागवत ने
नई दिल्ली। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कश्मीर में आर्टिकल 370 (Article 370) और 35A को खत्म कराने को लेकर बहस तेज होती दिखाई दे रही है। वहीं, ये भी संकेत मिल रहे हैं कि केंद्र की बीजेपी सरकार जम्मू-कश्मीर में परिसीमन भी करा सकती है। इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का बयान आया है जिन्होंने आर्टिकल 370 और राम मंदिर पर अपना रूख स्पष्ट किया है।
अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने की उम्मीद- संघ प्रमुख
कानपुर में मोहन भागवत ने कहा कि मोदी सरकार से कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने की उम्मीद की जाएगी। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए संघ सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगा। संघ प्रमुख ने कहा कि यदि आम चुनाव से पहले कोर्ट का फैसला आता तो इससे चुनाव प्रभावित होते की आशंका थी लेकिन अब अदालत के फैसले की जल्दी आने की उम्मीद की जाती है। बता दें कि पीडीपी और एनसी पहले से ही आर्टिकल 370 खत्म किए जाने की मांग का विरोध करती रही हैं और इसको लेकर कश्मीर में आए दिन प्रदर्शन होते हैं।
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राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर क्या बोले भागवत
पंडित दीनदयाल उपाध्याय विद्यालय में संघ शिक्षा वर्ग के जिज्ञासा समाधान सत्र में मोहन भागवत ने कई मुद्दों पर बात की। कानपुर में अपने चार के दिन के प्रवास के बाद वह शाम को नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए। मोहन भागवत ने कहा कि जो भी प्रयास संभव है, वे सब किए जाएंगे। उन्होंने युवाओं से देश को मजबूत बनाने में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवाओं को समाज के दोषों को दूर करना होगा।
कानपुर प्रवास के बाद दिल्ली लौटे मोहन भागवत
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि समाज मजबूत होगा, हर किसी के दिल में देशभक्ति होगी, सभी सुखी रहेंगे तब जाकर ही भारत विश्व का नेतृत्व कर सकेगा। संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों को सामाजिक समरसता मजबूत करने के लिए काम करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अखंड भारत के लिए संघ की प्रतिबद्धता स्थापना के समय से ही है।