लोकसभा चुनाव में मोदी की जीत को लेकर मोहन भागवत निश्चित नहीं
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत आगामी लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की जीत को लेकर निश्चित नहीं हैं। भागवत ने कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणामों को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं बोल सकते।बुधवार को नागपुर में सेवादन स्कूल के एक कार्यक्रम में पहुंचे भागवत ने चुनाव नतीजों को लेकर अनिश्चिता जताते हुए कहा कि वो इस पर असमंजस की स्थिति में हैं।
अयोध्या में विवादित जगह पर सिर्फ राम मंदिर बने
अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद के मुकदमें पर मोहन भागवत ने कहा कि वहां केवल राम मंदिर बनेगा। राम हमारी आस्था का विषय है और हमारा मानना है कि अयोध्या में उसी जगह राम का मंदिर बनना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक इंटरव्यू में राम मंदिर मामले पर कानूनी प्रक्रिया का इंतजार करने की बात कहने के बाद भागवत का ये बयान आया है। भागवत ने कहा कि प्रधानमंत्री चाहे जो भी कहें, मेरा इस मुद्दे पर पक्ष बिल्कुल स्पष्ट है।
शिक्षा नीति में हो बदलाव
इस दौरान देश की शिक्षा नीति पर बोलते हुए मोहन भागवत ने कहा कि शिक्षा नीति में बदलाव होना चाहिए। इस समय नई नीति की जरूरत है लेकिन इसके लिए अब ज्यादा समय नहीं है। ये इस बात पर निर्भर करता है कि भविष्य में चीजें कैसा आकार लेती हैं।
RSS प्रमुख मोहन भागवत की जान को खतरा, बढ़ाई जा सकती है सुरक्षा
आरएसएस ने पीएम नरेंद्र मोदी को याद दिलाया वादा
नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद मोहन भागवत से पहले आरएसएस के दूसरे नेता भी मंदिर मुद्दे पर अपना पक्ष रख चुके हैं। आरएसएस ने पीएम को अयोध्या मसले पर 1989 में पालमपुर प्रस्ताव याद दिलाते हुए 2014 में भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र को भी याद दिलाया है। आरएसएस के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी ने एक बार फिर से दोहराया है कि हमने इस मसले पर कानून बनाने की अपननी मांग को आगे बढ़ाया है, देश का हर नागरिक राम मंदिर का निर्माण चाहते हैं। यहां तक कि जो आज सत्ता में हैं उन्होंने भी कहा था कि राम मंदिर बनना चाहिए।
राम मंदिर मुद्दे पर आरएसएस ने पीएम नरेंद्र मोदी को याद दिलाया वादा