नोटबंदी के बाद जन धन खातों में जमा कराए गए 87000 करोड़, आयकर विभाग की नजर तेज
इन खातों में ज्यादातर रकम नोटबंदी की घोषणा होने के पहले हफ्ते में ही जमा कराई गई है। पहले सप्ताह में जनधन खातों में 20224 करोड़ रुपये जमा कराए गए।
नई दिल्ली। जन धन योजना के तहत खुलवाए गए खातों में नोटबंदी के बाद करीब 87000 करोड़ रुपये जमा कराए जाने का आंकड़ा सामने आया है। 8 नवंबर के बाद जनधन खातों में जमा कराई गई रकम की पड़ताल आयकर विभाग के अधिकारी बारीकी से कर रहे हैं। देश में करीब 48 लाख बैंक अकाउंट की छानबीन की जा रही है। नोटबंदी की घोषणा होने के बाद जनधन खातों में पैसे जमा कराए जाने में तेजी आई है। जांच के दौरान पता चला कि कई बैंक अकाउंट में 30000 से 50000 रुपये तक जमा कराए गए और 4.8 लाख खातों में यह रकम करीब 2000 करोड़ तक हो गई।
एक
सप्ताह
में
20000
करोड़
जमा
इन
खातों
में
ज्यादातर
रकम
नोटबंदी
की
घोषणा
होने
के
पहले
हफ्ते
में
ही
जमा
कराई
गई
है।
पहले
सप्ताह
में
जनधन
खातों
में
20224
करोड़
रुपये
जमा
कराए
गए।
इसके
बाद
यह
आंकड़ा
5000
करोड़
रुपये
प्रति
सप्ताह
हो
गया।
जनधन
खातों
में
तेजी
से
जमा
कराई
गई
रकम
पर
आयकर
विभाग
के
अधिकारियों
की
नजर
है।
एक
अधिकारी
ने
कहा,
'सभी
खातों
में
जमा
कराया
गया
पैसा
सही
नहीं
है।
कुछ
खातों
में
बेहद
ज्यादा
रकम
जमा
कराई
गई
और
यह
स्पष्ट
होता
है
कि
काला
धन
सफेद
करने
के
लिए
जनधन
खातों
का
इस्तेमाल
किया
गया
है।
कालाधन
रखने
वालों
ने
इन्हें
लालच
देकर
अपना
काम
करवाया
होगा।'
पढ़ें: पुराने नोट बदलने के लिए आरबीआई ने दिया एक और मौका, जानिए क्या है प्रक्रिया
कुछ
खातों
में
अनुमान
से
ज्यादा
पैसा
अधिकारी
ने
कहा
कि
जनधन
खातों
में
जमा
कराए
गए
पैसों
और
उसके
सोर्स
की
जानकारी
जुटाई
जा
रही
है।
अगर
किसी
भी
खाते
में
दूसरे
का
पैसा
मिलता
है
तो
जरूरी
कार्रवाई
की
जाएगी।
बता
दें
कि
8
नवंबर
2016
को
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
कालेधन
पर
लगाम
लगाने
के
उद्देश्य
से
500
रुपये
और
1000
रुपये
के
नोटों
को
चलन
से
बाहर
करने
की
घोषणा
की
थी।
उनकी
जगह
2000
रुपये
और
500
रुपये
के
नए
नोट
जारी
किए
गए।
प्रधानमंत्री
ने
पुराने
नोट
जमा
कराने
और
बदलने
के
लिए
लोगों
को
50
दिन
का
वक्त
भी
दिया
था।
इसकी
आखिरी
तारीख
30
दिसंबर
थी।