जयललिता के इलाज के दौरान खाने-पीने पर खर्च हो गए 1.17 करोड़ रुपए, बिल हुआ लीक
चेन्नई। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत को दो साल हो चुके हैं। लेकिन अभी तक अपोलो अस्पताल में उनके इलाज के 44.46 लाख रुपए के बिल अभी भी बाकी हैं। इसके अलावा इलाज के दौरान 75 दिनों में उनके खाने पर 1.17 करोड़ रुपए खर्च हुए। अपोलो अस्पताल द्वारा जांच कमीशन को दी गई जानकारी के मुताबिक, जयललिता के इलाज का कुल खर्च 6 करोड़ 85 लाख रुपए थे।
रूम किराए पर खर्च हुए 1.24 करोड़ रुपए
बिल के मुताबिक, अस्पताल ने 71 लाख रुपए फीस, 1.92 करोड़ रुपए चिकित्सा सेवाओं जबकि 38 लाख रुपए दवाओं के लिए। इसके अलावा 92 लाख रुपए यूके से आए डॉक्टर रिचर्ड बेले और 12 लाख रुपए सिंगापुर से आए डॉक्टर की फीस के तौर पर लिए गए। जयललिता जिस कमरे में भर्ती रहीं, उसका किराया 1.24 करोड़ रुपए था। इसमें 24.1 लाख रुपए जयललित के रूम का खर्च था, जबकि अन्य लोगों के रुकने के लिए रेंट पर लिए गए कमरों पर 1.24 रुपए खर्च किए गए थे। इन कमरों में शशिकला, उनकी परिजन और अधिकारी रुके थे।
खाने-पीने का टोटल बिल 1.17 करोड़ रुपए
अपोलो के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि, खाने-पीने का टोटल बिल 1.17 करोड़ रुपए अकेले जयललिता के खाने का नहीं था। इसमें अधिकारी, पार्टी कैडर, मिनिस्टर्स, सेक्यॉरिटी स्टाफ और उनके करीबी जो अस्पताल में उनके इलाज के दौरान रुके थे। उनके खाने-पीने का है। सिंगापुर में माउंट एलिजाबेथ अस्पताल ने जयललिता को फिजियोथेरेपी सेवाएं देने की पेशकश की थी। फिजियोथेरेपी के लिए अस्पताल को 1.29 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।
'साइलेंट PM' पर मनमोहन सिंह बोले, मैं ऐसा प्रधानमंत्री नहीं था जो मीडिया से बात करने से डरता हो
अस्पताल का 44.46 लाख रुपए बिल बाकी
4 दिसंबर 2016 को अपोलो अस्पताल द्वारा जारी किया गया बिल तीन भागों में बांटा गया है। पहला-मरीज की हेल्थकेयर सेवा का बिल 1.92 करोड़ रुपए था। दूसरा- प्रोफेशनल चार्ज कैटागरी में 2.21 करोड़ रुपए खर्च हुए। तीसरा- रूम किराया और खान-पान में 2.72 रुपए खर्च हुए। उनकी पार्टी एआईएडीएमके ने दावा किया था कि 15 जून 2014 को 6 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। इससे पहले 13 अक्टूबर 2016 को 41 लाख रुपए जमा किए गए थे। जबकि, अस्पताल के बिल के मुताबिक अभी भी 44.46 लाख रुपए बाकी हैं।
1984 सिख दंगों पर आए दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले की बड़ी बातें