प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने पर क्या बोले उनके पति रॉबर्ट वाड्रा
नई दिल्ली- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी के सोनभद्र जाने से रोके जाने पर उनके पति रॉबर्ट वाड्रा बहुत भड़क गए हैं। उन्होंने अपनी पत्नी की हिरासत को कथित 'गिरफ्तारी' बताते हुए इस कार्रवाई को 'असंवैधानिक' करार दिया है। वाड्रा ने ये भी कहा है कि लोकतंत्र तानाशाही में बदल रही है। उन्होंने इस सिलसिले में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर भड़ास निकाली है।
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रॉबर्ट ने मांगी पत्नी की 'रिहाई'
प्रियंका के पति रॉबर्ट ने यूपी सरकार से अपनी पत्नी को तुरंत 'रिहा' करने की मांग करते हुए कहा है कि लोकतंत्र को तानाशाही में बदलने से रोका जाना चाहिए। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, "जिस तरह से मेरी पत्नी और कांग्रेस नेता प्रियंका को 'गिरफ्तार' किया गया है, वह पूरी तरह से 'असंवैधानिक' है। 'गिरफ्तारी' के लिए कोई कागजात नहीं दिखाए गए।" वाड्रा का आरोप है कि यह पूरी तरह से कानून का उल्लंघन है। वाड्रा ने कहा है कि, "क्या पीड़ित परिवार से मिलना कोई अपराध है?" वाड्रा ने सवाल किया है कि क्या यह सरकार सच्चाई के पक्ष में उठने वाली हर आवाज को दबा देना चाहती है। उन्होंने सीधे यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि, "राज्य सरकार को उन्हें तुंरत रिहा करना चाहिए और लोकतंत्र को लोकतंत्र ही रहने दे, तानाशाही ना बनाए।"
प्रियंका को गेस्टहाउस ले जाया गया-पुलिस
इससे पहले पूर्वी यूपी में कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कानून-व्यवस्था के नाम पर सोनभद्र जाने से रोक दिया गया। वो उन परिवार वालों से मिलने जा रही थीं, जहां इसी हफ्ते जमीन विवाद में हिंसक झड़प हो गई थी और 10 लोग मारे गए थे। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जब प्रियंका सोनभद्र जाने की जिद पर अड़ गईं और सड़क पर ही अनाधिकृत रूप से बैठ गईं, तो उन्हें एक गेस्टहाउस में ले जाया गया। गौरतलब है कि यूपी के सोनभद्र में घोरावाल इलाके के उम्भा के ग्राम प्रधान के समर्थकों और गोंड आदिवासियों के बीच हुई हिंसक झड़प में 10 लोगों की मौत हो गई थी और 18 लोग जख्मी हो गए थे। जमीन के एक छोटे से टुकड़े को लेकर यह वारदात पिछले बुधवार को हुई थी।
कांग्रेस बनाना चाहती है सियासी मुद्दा
इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा के भैया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उन्हें गैर-कानूनी तौर पर 'गिरफ्तार' किए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने ये भी आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश सरकार लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास कर रही है। जबकि, स्थानीय पुलिस का कहना है कि प्रियंका को मिर्जापुर के नारायणपुर में सिर्फ हिरासत में लिया गया था। इस बीच खबरें हैं कि कांग्रेस इस मुद्दे को राष्ट्रीय मसला बनाने की तैयारी में है और इसलिए प्रियंका वहां डटे रहना चाहती हैं। क्योंकि, कांग्रेस को लगता है कि इस मुद्दे को उछाल कर योगी आदित्यनाथ सरकार से लेकर नरेंद्र मोदी सरकार तक को घेरा जा सकता है।
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