राजनीति में एंट्री पर बोले रॉबर्ट वाड्रा, अभी किसी जल्दीबाजी में नहीं
नई दिल्ली। रॉबर्ट वाड्रा ने सोमवार को राजनीति में अपनी एंट्री को खारिज नहीं किया। वाड्रा ने हालांकि इसको लेकर कोई ऐलान नहीं किया लेकिन ये जरूर कहा कि आने वाले वक्त में इस पर फैसला करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, राजनीति में आने को लेकर उनको कोई हड़बड़ी नहीं हैं, समय आने पर इसको लेकर फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस दिशा में काम करेंगे।
एक दिन पहले लिखी थी फेसबुक पोस्ट
इससे पहले रविवार को वाड्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट में अपने राजनीति में आने का इशारा किया था। उन्होंने कहा था, मैं बड़े स्तर पर लोगों की सेवा करने के लिए तैयार हूं। सालों तक लोगों के बीच काम करने के बाद मुझे ऐसा लगता है कि मुझे आम जनता के लिए बड़े स्तर पर कुछ करने की जरूरत है। खासतौर पर यूपी में काम करने के बाद ऐसा लगा कि यहां काफी कुछ करना बाकी है। मेरे हिसाब से बीते कुछ सालों में सीखे गए अपने अनुभव को यूं ही बेकार होने देना सही नहीं है।
कार्यकर्ताओं ने की मुराबादबाद से चुनाव लड़ने की मांग
वाड्रा की फेसबुक पोस्ट के बाद उनके राजनीति में आने की अटकलों को कांग्रेस ने खारिज करते हुए कहा था कि वाड्रा एनजीओ के जरिए लोगों की सेवा के काम से जुड़े हैं। उनका बयान भी उसी संदर्भ में है। वहीं उनकी फेसबुक पोस्ट के बाद मुराबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनको चुनाव लड़ाने की मांग करते हुए पोस्टर लगा दिए हैं। युवक कांग्रेस की ओर से लगाए गए पोस्टर में लिखा गया है, 'रॉबर्ट वाड्रा जी, मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए आपका स्वागत है।
'रॉबर्ट वाड्रा जी, मुरादाबाद लोकसभा से चुनाव लड़ने के लिए आपका स्वागत है', शहर में लगे पोस्टर
वाड्रा के खिलाफ चल रही जांच
रॉबर्ट वाड्रा पर मनी लॉड्रिंग का केस चल रहा है और ईडी ने उनसे कई बार इस मामले में पूछताछ की है। हालांकि वाड्रा इन आरोपों को सिरे से खारिज करते रहे हैं। राजनीति में एंट्री के सवाल पर भी उन्होंने यही कहा है कि वो सबसे पहले अपने ऊपर लगे तथ्यहीन आरोपों से मुक्त होना चाहते हैं।
प्रियंका गांधी के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में आने के दिए संकेत
अदालत से लगा वाड्रा को झटका
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट से सोमवार को रॉबर्ट वाड्रा की प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ पर रोक के लिए दी याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट ने उन्हें जांच में सहयोग करने की बात कहते हुए ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होने का आदेश दिया। अब उन्हें लगातार ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश होना होगा। कोर्ट में दी याचिका में भी उन्होंने पूछताछ पर रोक लगाने की अपील की थी, लेकिन अदालत से कोई राहत नहीं मिल सकी। हालांकि जज ने ED को पांच दिन के भीतर वाड्रा को सभी दस्तावेजों की हार्ड कॉपी देने के निर्देश दिए हैं, जिसकी मांग उनकी ओर से की गई थी। मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए लंदन और दुबई में संपत्ति खरीदने के साथ वाड्रा पर राजस्थान में जमीन घोटाले का भी आरोप है। इन सभी मामलों पर उनसे प्रवर्तन निदेशालय अब तक कई बार लंबी पूछताछ कर चुकी है।