SP-BSP महागठबंधन के बाद अखिलेश से मिले जयंत चौधरी, सामने आई बड़ी खबर
जयंत चौधरी ने लखनऊ में अखिलेश यादव से मुलाकात की, जिसके बाद यूपी के समीकरण एक बार फिर बदलते हुए नजर आ रहे हैं।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) को लेकर समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच हुए महागठबंधन के बाद अब राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) पर सियासी निगाहें लगी हुई हैं। दरअसल अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और मायावती (Mayawati) ने बीते शनिवार को जब लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महागठबंधन और सीटों के बंटवारे का ऐलान किया तो उस वक्त आरएलडी के बारे में कोई जिक्र नहीं किया गया। इसके बाद आरएलडी (RLD) को लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे। अब महागठबंधन में आरएलडी के शामिल होने को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। आरएलडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने बुधवार को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की, जिसके बाद यूपी के समीकरण एक बार फिर बदलते हुए नजर आ रहे हैं।
मसला सीटों का नहीं है बल्कि...
महागठबंधन को लेकर चल रहे सियासी कयासों के बीच जयंत चौधरी ने बुधवार को लखनऊ जाकर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात की। मुलाकात के बाद जयंत चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'अखिलेश जी के साथ मुलाकात काफी अच्छी रही। मुझे लगता है कि हम अपने प्रयास में सफल होंगे। जल्द ही मुलाकात के निर्णय के बारे में बताया जाएगा। सीटों को लेकर हमारी कोई बातचीत नहीं हुई। मसला सीटों का नहीं है बल्कि विश्वास और रिश्तों का है जो काफी गहरा है।' इस बीच सूत्रों के हवाले से जो बड़ी खबर निकलकर सामने आई है, वो ये है कि आरएलडी को महागठबंधन में शामिल किया जा सकता है।
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क्या अखिलेश अपने कोटे से देंगे सीट?
सूत्रों की मानें तो आरएलडी को महागठबंधन में शामिल करते हुए लोकसभा की तीन सीटें दी जा सकती हैं। अखिलेश यादव और मायावती ने फिलहाल यूपी की 80 में से 76 सीटों पर ही महागठबंधन का ऐलान किया है। इनमें से 38-38 सीटें सपा और बसपा के बीच बांटी गई है। 2 सीटें- अमेठी और रायबरेली, बिना गठबंधन के ही कांग्रेस के लिए छोड़ी गई हैं, जबकि 2 सीटों को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि बची हुई 2 सीटों के अलावा अखिलेश यादव अपने कोटे की एक सीट आरएलडी को दे सकते हैं। यानी आरएलडी को इस तरह से तीन सीटें चुनाव लड़ने के लिए मिल सकती हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी इस बारे में कोई सूचना नहीं है।
क्या है महागठबंधन का गणित?
आपको बता दें कि हाल ही में लखनऊ में महागठबंधन का ऐलान करते हुए बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा, 'यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से सपा और बसपा 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। 2 सीटों को अभी होल्ड पर रखा गया है, जिनके बारे में बहुत जल्द फैसला ले लिया जाएगा। सीट बंटवारे का फैसला 4 जनवरी को दिल्ली में हुई अखिलेश यादव के साथ हुई बैठक में लिया गया था। इसके अलावा यूपी की अमेठी और रायबरेली सीटों को बिना किसी गठबंधन के ही कांग्रेस के लिए छोड़ा गया है। इन दोनों सीटों पर महागठबंधन की ओर से कोई प्रत्याशी नहीं उतारा जाएगा। ये प्रधानमंत्री मोदी जी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, इन दोनों गुरु-चेलों की नींद उड़ाने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस है। भाजपा ने यूपी और देश की जनता के साथ वादा खिलाफी की है। सपा और बसपा ने मिलकर हाल ही में यूपी के उपचुनाव में भाजपा को बुरी तरह हराया है। आने वाले समय में भी सपा-बसपा मिलकर भाजपा का इसी तरह सफाया करेंगे।'