आखिरकार लौट आए तेजस्वी यादव, खुद बताई 'लापता' रहने की वजह
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद से ही 'लापता' बताए जा रहे बिहार के नेता प्रतिपक्ष और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव सार्वजनिक जीवन में लौट आए हैं। तेजस्वी यादव ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और बताया कि वह इन दिनों कहां थे। बता दें कि तेजस्वी को लेकर कोई जानकारी ना होने के बाद तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। राजद के एक नेता ने तो ये तक कह दिया था कि वह क्रिकेट विश्व कप देखने गए हैं।
तेजस्वी यादव बोले- करा रहा था इलाज
तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर अपने बारे में जानकारी देकर तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है। तेजस्वी ने लिखा, 'दोस्तों, पिछले कुछ सप्ताह के दौरान मैं लिगामेंट व एसीएल की चोट के बाद इलाज से गुजर रहा था। हालांकि, राजनीतिक विरोधियों के साथ-साथ मीडिया के एक वर्ग द्वारा मुझे लेकर बनाई गई मसालेदार कहानियों को देखकर खुशी हुई।'
गरीबों के लिए लड़ते रहेंगे- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'हम उन लोगों के प्रति जवाबदेह हैं, जो हमको एक समाजवादी-धर्मनिरपेक्ष और सामाजिक न्याय के विकल्प के रूप में देखते हैं। मैं यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम यहां हैं और लड़ाई जारी है। हाल के घटनाक्रम से मुझे अलग तरीकों से चीजों का अध्ययन, विश्लेषण और मूल्यांकन करने में मदद मिली है।'
चमकी बुखार के मामले को संसद में उठाने को कहा था- तेजस्वी
एक और ट्वीट करते हुए राजद नेता ने कहा, 'चमकी बुखार से अचानक सैकड़ों बच्चों की मौत के बाद इसपर मेरी नजर बनी हुई थी। दुख की इस घड़ी में पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से पीड़ित परिवारों के घर जाने को कहा, साथ ही उनसे कहा कि वे बिना किसी फोटो के पीड़ित परिवारों के लोगों से मिलें। इसके अलावा सांसदों से इस मामले को संसद में उठाने के लिए भी कहा, जिसके बाद सदन में पीएम मोदी ने जवाब दिया, मेरे प्रिय बिहार! मैं यही हूं।'
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से 'लापता' थे तेजस्वी
आखिरी ट्वीट में तेजस्वी ने कहा, राजद अपनी स्थापना के समय से गरीबों के संघर्ष का केंद्र रही है और केवल चुनाव में हार की वजह से यह खत्म नहीं हो सकता। बिहार के लोगों के साथ-साथ अपने उत्साही कैडर को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम गरीबों के रोजमर्रा के जीवन के मुद्दों पर प्रतिबद्धता के साथ लड़ने जा रहे हैं।' बता दें कि तेजस्वी यादव शुक्रवार को बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन सदन में नहीं पहुंचे थे जिनको लेकर विरोधियों ने चुटकी ली थी। हमेशा ट्विटर पर एक्टिव रहने वाले तेजस्वी सोशल मीडिया पर भी नहीं आ रहे थे। उनकी गैरमौजूदगी के बाद लगातार सवाल उठ रहे थे।