'लोकसभा चुनाव से पहले मोदी का साथ छोड़ देंगे रामविलास पासवान'
पटना (बिहार)। क्या लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान एनडीए से अलग होने की सोच रहे हैं? राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के एक बयान के बाद इस तरह के सवाल सियासी गलियारे में उठ रहे हैं। आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने दावा किया है कि लोकसभा चुनाव से पहले रामविलास पासवान एनडीए छोड़ सकते हैं। आरजेडी नेता ने कहा कि रामविलास पासवान आरजेडी नेताओं के संपर्क में थे, इस बात की संभावना है कि वो लोकसभा चुनाव से पहले आरजेडी के नेतृत्व वाले विपक्षी दलों के गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। हालांकि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने इन दावों को खारिज किया है।
रघुवंश प्रसाद सिंह ने किया बड़ा दावा
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और पार्टी के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि रामविलास पासवान लगातार आरजेडी नेताओं के संपर्क में हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि एनडीए में वो घुटन महसूस कर रहे हैं। वो हमारे सहयोगी रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले वो हमारी ओर जरूर आएंगे। रघुवंश प्रसाद सिंह का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब एक दिन पहले रामविलास पासवान और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को मोकामा में अनुसूचित जाति समुदाय के सदस्यों ने काले झंडे दिखाए थे।
रामविलास पासवान ने दावों को किया खारिज
रघुवंश प्रसाद सिंह ने आगे कहा कि रामविलास पासवान केंद्र में अभी मंत्री हैं, बीजेपी की राजनीति से वो परेशानी महसूस कर रहे हैं। आरजेडी नेता ने कहा कि जब मैंने जीतन राम मांझी के एनडीए छोड़ने और हमारे गठबंधन में शामिल होने का दावा किया था उस समय भी इसे खारिज किया गया था। भले ही इसे खारिज किया गया हो लेकिन मैं अपने बयान पर कायम रहा। आपको बता दें कि मांझी 28 फरवरी को एनडीए से अलग होकर आरजेडी के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हो गए।
पासवान बोले- मैं मांझी नहीं हूं
आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के दावों को लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया रामविलास पासवान ने खारिज कर दिया है। पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी एलजेपी एनडीए के साथ है और एनडीए के ही साथ रहेगी। उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह के विचार उनके निजी हैं। रामविलास पासवान ने कहा कि उनके दावे निराधार हैं। डूबते हुए आरजेडी के नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ आखिर कौन जाना चाहेगा? उनकी पार्टी और गठबंधन का कोई भविष्य नहीं है। एलजेपी एनडीए के साथ है और आगे भी इसे ही जारी रखेगी। जीतनराम मांझी के मुद्दे का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं मांझी नहीं हूं, इसमें अंतर है।