तेज प्रताप ने छोड़ा सरकारी बंगला, कहा-'नीतीश कुमार ने मुझे डराने के लिए बंगले में भूत छोड़ दिया'
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पटना। कई बार विवादित बयान देकर चर्चा में रहने वाले राजद प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे और तत्कालीन सरकार में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने महागठबंधन की सरकार गिरने के तकरीबन सात महीने बाद सरकारी आवास खाली कर दिया है। इस बार भी तेज प्रताप ने बंगला खाली करने के पीछे बड़ा ही अजीब सा तर्क दिया है। उनका कहना है कि यह बंगला भुतहा है, जिसके कारण वह इसे खाली कर रहे हैं। पूर्व मंत्री ने कहा, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मुझे डराने और परेशान करने के लिए बंगले में भूत छोड़ दिया था।
भूत मुझे परेशान कर रहे थे
तेज प्रताप ने पत्रकारों से कहा कि 'मैंने वह कोठी छोड़ने का फैसला किया क्योंकि नीतीश और उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इसमें भूत छोड़ दिया था। वे भूत मुझे परेशान कर रहे थे।' पूर्ववर्ती सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद उन्हें पटना के 3-देशरत्न मार्ग पर बंगला आवंटित किया गया था। जिसमें वह सरकार गिरने के सात महीने बाद भी रह रहे थे। उनको नजदीक से जानने वाले बताते हैं कि तेज प्रताप अति-धार्मिक व्यक्ति हैं।
मेरे पास पहले से बंगला है और मुझे सरकारी भीख की जरूरत नहीं
तेज प्रताप को पिछले साल जुलाई में बंगला खाली करने को कहा था, ताकि उसे किसी दूसरे मंत्री को आवंटित किया जा सके। इसके बावजूद वह अब तक इसी बंगले में रह रहे थे। राज्य सरकार द्वारा बंगला खाली करने के आग्रह पर पूर्व मंत्री ने कहा, ‘क्या वे सरकार हैं? जनता असली सरकार होती है। उन्होंने कहा कि मेरे पास पहले से बंगला है और मुझे सरकारी भीख की जरूरत नहीं है। वहीं इस मामले पर आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि तेज प्रताप को बंगला खाली करने का दूसरा नोटिस मिल चुका था जिसके बाद उन्होंने बंगला खाली करने का फैसला किया। पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर में आए नोटिस में 15 गुना किराया वसूले जाने की चेतावनी दी गई थी।
'दुश्मन मारन जाप' भी करवा चुके है तेज प्रताप
उनके करीबियों ने कहा कि तेज प्रताप ने पिछले साल जून महीने में अपने आवास पर 'दुश्मन मारन जाप' भी करवाया था जब केंद्रीय जांच एजेंसियां उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही थीं। तेज प्रताप ने पंडितों की सलाह पर इसी आधिकारिक आवास का दक्षिण दिशा की तरफ खुलने वाला दरवाजा भी बंद करवा दिया था। वहीं इस मामले पर जेडीयू ने तेजप्रपात के बयान के हास्यापद बताया है। इस मामले पर भवन निर्माण मंत्री रामेश्वर हजारी ने कहा कि तेज प्रताप ने उनके विभाग को आवास खाली करने की जानकारी नहीं दी है।