ऋषिकेश: ब्रिटिश काल में बना प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला आम लोगों की आवाजाही के लिए हुआ बंद
नई दिल्ली: उत्तराखंड के ऋषिकेश में गंगा नदी के ऊपर बना विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला शुक्रवार को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इसे बंद करने के आदेश दिए हैं। लक्ष्मण झूला की खराब हालत को देखते हुए इसे लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। ऋषिकेश के प्रशासन के मुताबिक पुल पर आम लोगों के आवागमन को अस्थाई रूप से रोका गया है और जल्द ही इसे दोबारा शुरू किया जा सकता है।
क्षमता से अधिक लोग कर रहे थे इस्तेमाल
ऋषिकेश के स्थानीय प्रशासन के मुताबिक इस पुल का इस्तेमाल क्षमता से अधिक लोग कर रहे हैं। इस पुल पर अधिक यातायात और लोगों की सुरक्षा को देखते हुए बंद करने का फैसला लिया गया है। गंगा नदी पर लक्ष्मण झूला का निर्माण साल 1930 में किया गया था। नदी के दोनों हिस्सों को जोड़ने का इस्तेमाल दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालु और स्थानीय लोग करते हैं।
जनवरी में किया था निरीक्षण
उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इसी साल जनवरी में एक्सपर्ट्स ने इस पुल का निरीक्षण किया था। विशेषज्ञों ने बताया कि 1930 में बने लक्ष्मण झूले की उम्र अब पूरी हो चुकी है। पुल को जोड़ने में इस्तेमाल हुए कई उपकरण बहुत पुराने हैं और खराब हो रहे हैं। एक्सपर्ट्स के सुझाव के बाद अब स्थानीय प्रशासन ने इल पुल को बंद करने का फैसला किया है।
तपोवन को पौड़ी से जोड़ता है
गौरतलब है कि ऋषिकेश का मतलब पिछले कुछ समय से लक्ष्मण झूला और लक्ष्मण झूला का मतलब ऋषिकेश हो चुका था। गंगा नदी पर बना ये पुल टिहरी जिले में तपोवन गांव को नदी के पश्चिमी तट पर स्थित ड़ी जिले के जोंक इलाके से जोड़ता है। पौराणिक मान्यता अनुसार यहां पर लक्ष्मण ने जूट की रस्सियों के सहारे गंगा नदी को पार किया था।
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