मोदी सरकार के लिए कांटा साबित होते विहिप, बजरंग दल
शिरडी (ब्यूरो)। क्या विश्व हिन्दू संगठन(विहिप) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नरेन्द्र मोदी सरकार के रास्ते में अवरोध खड़े कर रहे हैं ? एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल को तो कम से कम यही लगता है। उन्होंने कहा कि हालांकि विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम 50 फीसद तक गिर गए पर भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम सिर्फ 10-15 फीसदी ही गिरे।
सरकार के लिए खतरा
वे मानते हैं कि उक्त संगठन अपने कार्यक्रमों से मोदी सरकार के लगातार खतरा साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बीता लोकसभा चुनाव विहिप, संघ और बजरंग दल के सहयोग से लड़ा और केन्द्र में सरकार बनाई। पर अब ये सभी मोदी सरकार को परेशानी में डाल रहे हैं।
पटेल ने यह बात साई बाबा के मंदिर में दर्शन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही। एक सवाल के जवाब में पटेल ने कहा कि मोदी सरकार को अभी सत्तासीन हुए मात्र सात महीने ही हुए हैं। इसलिए वे सरकार के कामकाज पर तो टिप्पणी नहीं करेंगे।
धर्मातरण के खिलाफ
उन्होंने य़ह भी कहा कि उनकी पार्टी धर्मातरण के खिलाफ है। वे धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को ही मानते हैं। लोकसभा सदस्य प्रफुल्ल पटेल ने यह भी कहा कि उनका मकसद सरकार की निंदा करने के लिए कमी निकालना नहीं है। पर वे सरकार को कसेंगे अगर वह अगलत फैसले लेती है।
भ्रष्टाचार के आरोप
अपनी पार्टी के कुछ नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि भाजपा सरकार उन नेताओं के खिलाफ जांच करवा लें। तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
पीके पर बोले
पटेल आमिर खान की पिक्चर पीके को लेकर उठे विवाद पर भी खुल कर बोले। उन्होंने कहा कि जिस किसी को पीके की भाषा और कुछ सीन को लेकर आपत्ति है, उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखाना चाहिए। उन्हें सिनेमा घरों पर हल्ला बोलने से बचना चाहिए।