'मुझसे कहा गया, आपकी नाभि नहीं दिख रही है, पैंट थोड़ी नीचे कीजिए'
'मैंने हाई वेस्ट पैंट पहनी हुई थी। मुझसे कहा गया कि आपकी नाभि नहीं दिख रही है, अपनी पैंट थोड़ी नीचे कर लीजिए।'
नई दिल्ली। देश में शुरू हुए मीटू मूवमेंट के जरिए बॉलीवुड की कई दिग्गज अभिनेत्रियां अपने साथ हुई यौन शोषण की घटनाओं का खुलासा कर चुकी हैं। इस मूवमेंट में कई बड़े लोगों के नाम सामने आने के बाद अब महिलाओं के साथ कार्यस्थल पर होने वाले यौन शोषण को लेकर एक बड़ी बहस छिड़ गई है। इस बीच 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'मसान' जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने मीटू मूवमेंट और महिलाओं के साथ होने वाले यौन शोषण पर बात करते हुए अपने साथ घटी एक घटना का जिक्र किया है।
'कोई हाई वेस्ट पैंट में नाभि कैसे दिखा सकता है'
एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में पहुंची ऋचा चड्ढा ने बताया, 'मैं एक फिल्म के गाने की शूटिंग कर रही थी और इस दौरान मैंने हाई वेस्ट पैंट पहनी हुई थी। शूटिंग के दौरान मुझसे कहा गया कि आपकी नाभि नहीं दिख रही है, अपनी पैंट थोड़ी नीचे कर लीजिए। इस बात को सुनकर मैं एकदम से चौंक गई। कोई हाई वेस्ट पैंट पहनने के बाद अपनी नाभि कैसे दिखा सकता है। मुझसे ये कहने वाले को मैंने जवाब दिया कि इस पैंट में नाभि नहीं दिखेगी। मैं एक काम करती हूं, मार्कर से अपने माथे या गालों पर एक नाभि बना लेती हूं।'
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'तनुश्री दत्ता के साथ क्या हुआ'
देश में छिड़े मीटू मूवमेंट को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए ऋचा चड्ढा ने कहा, 'महिलाओं का यौन उत्पीड़न हर जगह होता है और बॉलीवुड भी इससे बचा नहीं है। यहां सबसे बड़ी समस्या यह है कि जो महिलाओं यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाती हैं, उन्हें ही निशाना बनाया जाता है। देखिए तनुश्री दत्ता के साथ क्या हुआ। यहां तक कि केरल नन रेप केस में अगर एक नन विरोध करती है, तो आप उसके चरित्र पर सवाल खड़े करते हैं और उसके बलात्कारियों के साथ खड़े होते हैं। आप कहते हैं कि यौन उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ महिलाएं सामने नहीं आती, लेकिन देखिए आपने उन महिलाओं के साथ क्या किया, जो आए आईं हैं।
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'कुछ लोगों की रूचि 'रूचि' में होती है'
ऋचा चड्ढा ने कहा, 'एक समस्या और है कि कुछ लोग पूरे इरादे के साथ ये सब करते हैं। कुछ फिल्म निर्माताओं की रूचि फिल्म बनाने में नहीं होती, बल्कि उनकी रूचि 'रूचि' में होती है। रूचि को आप यहां एक खूबसूरत महिला समझिए।' कार्यक्रम में ऋचा चड्ढा ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। ऋचा ने बताया कि हाल के दिनों में ऐसी फिल्मों की संख्या बढ़ी है, जिनमें महिलाओं को मुख्य नायिका के तौर पर दिखाया गया। अगर आप देखें तो पहले ऐसी तीन फिल्में होती थीं, जिनमें महिलाओं का मुख्य रोल होता था, इसके बाद ऐसी फिल्मों की संख्या पांच हुई और अब धीरे-धीरे ये संख्या और बढ़ रही है। फिल्म इंडस्ट्री के अंदर ये भरोस अब बढ़ रहा है कि महिलाएं भी बॉक्स ऑफिस पर कमाई के रिकॉर्ड बना सकती हैं।
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'हम अपने कई हीरो खो देंगे'
आपको बता दें कि पिछले दिनों अमेरिका में मीटू मूवमेंट की सफलता को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए ऋचा चड्ढा ने कहा था, 'हमारे देश में पीड़ित का नाम उजागर कर उसे शर्मिंदा करने की संस्कृति को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि हमारे देश में ऐसा जल्द होगा। लेकिन जब ऐसा होगा, जैसा कि हॉलीवुड में अभी हो रहा है, पूरा स्ट्रक्चर बदल जाएगा। जिन लोगों को आप फेमिनिस्ट फिल्में बनाते और प्रगतिशील होने का दावा करते देखते हैं, वे सब नीचे गिरने लगेंगे। जिस दिन ऐसा हुआ, उस दिन हम अपने कई हीरो और विरासतें खो देंगे।'