सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट में मदद की बात कही, रिचा के पिता बोले आपसे मिलना चाहता हूं
नई दिल्ली। रांची कोर्ट के फैसले के बाद सुर्खियों में आई रिचा भारती का मसला लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। जिस तरह से रिचा ने कोर्ट के फैसले के बाद कुरान की प्रतियां बांटने से इनकार किया, उसके बाद भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने रिचा की मदद की बात कही है। स्वामी की पेशकश के बाद रिचा के पिता ने स्वामी का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि वह सुब्रमण्यम स्वामी के प्रसंशक हैं। रिचा के पिता ने सुब्रमण्यम स्वा्मी के साथ मुलाकात की भी बात कही है।
पूरा समर्थन किया जाएगा
बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करके रिचा को सुझाव दिया था कि वह इस मामले में वकील इशकरन सिंह भंडारी की मदद लें। स्वामी के ट्वीट के बाद भंडारी ने कहा कि मैंने रिचा भारती के पिता से बात की है, अगर उन्हें स्थानीय स्तर पर बेहतर मदद नहीं मिली तो वह उनकी कानूनी मदद करेंगे। साथ ही भंडारी ने कहा कि मैंने रिचा के पिता को इस बात का भरोसा दिलाया है कि वह सुब्रमण्यम स्वामी से उनकी मुलाकात करवाएंगे। रिचा भारती हिंदुओं के लिए लड़ रही हैं और उनका पूरा समर्थन किया जाएगा।
स्वामी ने मदद की पेशकश की
बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी ने इससे पहले ट्वीट करके कहा था कि मुझे उम्मीद है कि रिचा भारती इस मसले में वरिष्ठ वकील इशकरन सिंह भंडारी को संपर्क करें। इस तरह से के मसलो के लिए वह बेहतरीन वकील हैं और मैं भी उनकी कोर्ट में मदद करुंगा। कुरान को बांटने का मतलब है कि एक ऐसे गुट की विचारधारा के सहमत होना जोकि काफिर और इसके परिणाम की बात करते हैं। रिचा तमाम सच्चे हिंदुओं के लिए लड़ रही हैं। हम दूसरे के धर्मग्रंथों को नहीं बांट सकते हैं।
कुरान बांटने से इनकार
गौरतलब है कि रांची की कोर्ट ने रिचा को फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट की वजह से गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें इस शर्त पर जमानत दी थी कि उन्हें कुरान की पांच प्रतियां बांटनी होगी। कोर्ट के फैसले के बाद रिचा ने कहा कि यद्यपि मैं कोर्ट की इज्जत करती हूं, लेकिन मैं कोर्ट के फैसले से खुश नहीं हूं। मुझे फेसबुक पर साधारण सी पोस्ट को लेकर कुरान बांटने के लिए मस्जिद जाना पड़ेगा। अपने भगवान के बारे में लिखना कतई गलत नहीं है। रिचा ने किसी की भी भावना को आहत करने के आरोप से इनकार किया है। उसने कहा कि मैंने यह पोस्ट नहीं लिखी थी मैंने इसे बस कट, कॉपी, पेस्ट किया था। लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों से कभी भी हनुमान चालीसा बांटने के लिए नहीं कहा गया है, यह सही नहीं है। रिचा ने कहा कि वह कुरान की प्रतियां नहीं बाटेंगी और वह हाई कोर्ट में कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करेंगी।