आईएनएक्स मीडिया केसः पूर्व नौकरशाहों ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहा- रिटायर्ड ऑफिसरों पर केस दर्ज करने से परिणाम गंभीर होगा
नई दिल्लीः आईएनएक्स मीडिया मामले में गंभीरता बढ़ती जा रही है। बीते शुक्रवार को इस मामल में 70 से अधिक रिटायर्ड ऑफिसरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में पूर्व नौकरशाहों ने इस मामले में वित्त मंत्रालय के पूर्व अधिकारियों को आईएनएक्स मीडिया मामले में आरोपी बनाए जाने पर चिंता जाहिर की है। बता दें कि इस मामल में सिंधुश्री खुल्लर, अनूप पुजारी, प्रबोध सक्सेना और रबिंद्र प्रसाद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पूर्व नौकरशाहों का कहना है कि संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए पूर्व अधिकारियों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। रिटायर्ड ऑफिसरों का कहना है कि पूर्व व मौजूदा अधिकारियों को जानबूझ कर निशाना बनाया जा रहा है। रिटायर्ड नौकरशाहों का कहना है कि पूर्व ऑफिसरों पर केस दर्ज करने से परिणाम गंभीर होगा। नौकरी कर रहे अधिकारियों के प्रभावित होने का कारण इसका परिणाम नीतिगत पंगुता के रूप में भी देखने को मिल सकता है।
पत्र में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने नीतिगत पंगुता को दूर करने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम में पिछले साल संशोधन किया था। इसमें रिटायर्ड अधिकारियों या सेवारत अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने से पहले सरकार से अनुमति लेने की बात कही गई थी। लेकिन मौजूदा सरकार के प्रयासों को नुकसान पहुंचाएगा। अधिकारियों ने पत्र में कहा है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है जो सेवा में नहीं है।
इससे पहले रिटायर्ड अधिकारी पीएम मोदी को मॉब लिंचिंग और अभिव्यक्ति की आजादी के मुद्दे पर पत्र लिख चुके हैं। लेकिन यह पहली बार नहीं है कि इन लोगों ने अपनी सेवा से जुड़े मुद्दे को उठाया है। रिटायर्ड नौकरशाहों द्वारा लिखे गए पत्र पर पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, पूर्व कैबिनेट सचिव केएम चंद्रशेखर, पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार नितिन देसाई और योजना आयोग के पूर्व सचिव एनसी सक्सेना ने हस्ताक्षर किए हैं।
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