राज्यपाल से मिलने के बाद रिटायर्ड नेवी अफसर बोले- मुझे पीटते वक्त आरएसएस-बीजेपी का चमचा कहा, आज मैं इनसे जुड़ता हूं
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी मदन शर्मा के साथ शिवसेना कार्यकर्ताओं की मारपीट का मामला लगातार गर्माता जा रहा है। शर्मा ने मंगलवार को राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की और कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके साथ मारपीट करने वाले लोग उन्हें आरएसएस और बीजेपी का चमचा बोल रहे थे। शिवसैनिकों ने बात करने के बहाने से बुलाया था लेकिन मारपीट की।
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'ताबड़तोड़ मारना शुरू कर दिया'
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मदन शर्मा ने कहा, 'जब उन्होंने मुझे बात करने के लिए बुलाया तो बात नहीं की और ताबड़तोड़ मारना शुरू कर दिया और बोल रहे थे कि ये आरएसएस और बीजेपी का चमचा है। मैं घोषणा करता हूं कि मैं आज से आरएसएस और बीजेपी से जुड़ गया हूं क्योंकि जब मुझे मारा गया तो इनका नाम लेकर इल्जाम लगाया गया।' उन्होंने आगे कहा, 'जो घटना हुई वो राज्यपाल को बताई और जो धाराएं आरोपियों पर लगी हैं वो कमजोर है। राज्यपाल जी ने कहा है कि हम इस पर कार्रवाई करेंगे।'
राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की
मदन शर्मा ने राज्यपाल से राष्ट्रपति शासन लगाने को लेकर भी बात की है। इस बारे में उन्होंने कहा, 'मैंने ये भी मांग की कि सरकार को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लाया जाए, राज्यपाल ने कहा कि वो केंद्र से इस पर बात करेंगे।' आपको बता दें कुछ दिन पहले मदन शर्मा के साथ शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की थी। जिसकी वजह थी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेकर एक कार्टून शेयर करना। इसके बाद शर्मा ने कहा था, 'मैं देख रहा हूं कि बॉम्बे में किस तरह का प्रशासन चल रहा है, इसको देखकर सिर्फ बंबई के लोग नहीं पूरे महाराष्ट्र और भारत के लोग परेशान हैं। मैं आग्रह करूंगा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कि अगर आपकी सरकार संविधान नहीं चला सकती है तो आप इस्तीफा दें।' इससे पहले उन्होंने कहा था कि इस देश में सबको अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार है।
शिवसेना ने भी साधा निशाना
जिसके बाद शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में मदन शर्मा पर जमकर निशाना साधा। शिवसेना ने कहा, 'मुंबई में नेवी के सेवानिवृत अधिकारी मदन शर्मा पर शिवसैनिकों ने हमला किया, इसका कोई समर्थन नहीं कर रहा है, इसकी आलोचना की जानी चाहिए लेकिन उस सेवानिवृत अधिकारी को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर व्यंग्यात्मक कार्टून को शेयर करके क्या मिल गया, जिन्हें राज्य की जनता ने चुना है। संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का सम्मान करें, क्या इन सज्जन को ये बात नौसेना में नहीं बताई गई?'
'क्या अब उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा?'
शिवसेना ने सामना में कहा, 'क्या अब उन्हें (मदन शर्मा) पुरस्कार दिया जाएगा? आप उस राज्य के नेताओं के खिलाफ बोलते हैं, जहां रहते हैं, कमाते हैं, खुशी से जीते हैं और अगर कोई आपका मुंह तोड़ दे तो मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए 'अन्याय, अत्याचार, आजादी पर हमला' का इस्तेमाल करते हैं।' इसमें आगे कहा गया है, 'कल को अगर कोई प्रधानमंत्री को, राष्ट्रपति को, उप राष्ट्रपति को या फिर नेवी चीफ को अपशब्द कहेगा, तो चिंता ना करें, उसे पद्मश्री दिया जाएगा।'