कोरोना के मरीजों को इन 5 चीजों की नहीं आती गंध
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी दुनिया भर में करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले चुकी है और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। कोरोना वायरस के लक्षण को लेकर अभी भी कई लोग अनजान हैं, वह आम सर्दी-जुकाम को भी महामारी समझ कर घबराने लगते हैं। लोगों की इसी गलतफहमी को लेकर शोधकर्ताओं ने एक रिपोर्ट पेश की है जिसके अनुसार आप किसी चीज की गंध न आने से इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि आप में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण हैं या नहीं।
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10 महीने बाद भी वैक्सीन का इंतजार
गौरतलब है कि चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस को अब तक 10 महीने से अधिक का समय हो चुका है। इतने समय बाद भी अभी तक महामारी के खिलाफ कोई कारगर वैक्सीन विकसित नहीं की जा सकी है, कुछ संभावित टीकें हैं जो अभी ह्यूमन ट्रायल के फेस में हैं। इस बीच कुछ शोधकर्ताओं ने कोरोना के लक्षण को लेकर नया दावा किया है।
गंध ना आना भी कोरोना का लक्षण
आपको बता दें कि पहले सूखी खांसी, बुखार और बिना वजह होने वाली थकावट को कोरोना का लक्षण माना जाता था लेकिन अब गंध और स्वाद की कमी को COVID-19 के टेल्टेल लक्षणों में से एक के रूप में पहचाना गया है। किसी मरीज में बहती नाक या सर्दी और खांसी जैसे लक्षणों के अभाव में स्वाद की पहचान न कर पाने जैसे संकेतों को अब कोरोना वायरस का लक्षण माना गया है।
शोधकर्ताओं ने किया परीक्षण
ऐसा नहीं है कि गंध न आने का मतलब आप कोरोना संक्रमित हैं क्योंकि कई बार देखा गया है कि सामान्य सर्दी और खांसी होने पर भी हमें किसी वस्तु की गंध नहीं आती। ऐसे में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि महामारी से संक्रमित होने के बाद गंध न आने पर कैसा महसूस होता है। कई शोधकर्ताओं का मानना है कि एनोस्मिया (गंध की कमी) संक्रमण का प्रारंभिक चेतावनी संकेत है। हालांकि, हाल ही में नेशनल एग्री-फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट मोहाली और पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए शोध में पाया गया है कि COVID -19 से संक्रमित लोग केवल कुछ गंधों और सुगंधों को सूंघने या उसका पता लगाने में सक्षम नहीं हैं।
घरों में आसानी से मिल जाएंगी ये पांच चीजें
एक रिपोर्ट के अनुसार शोधकर्ताओं ने स्मेल टेस्ट (गंध परीक्षण) विकसित करने के लिए आमतौर पर सभी भारतीय घरों में मौजूद पांच अलग-अलग प्रकार की खुशबू वाली चीजों का इस्तेमाल किया है। इन पांच खुशबू या सुगंध को एक ऑनलाइन किए गए सर्वे के आधार पर चुना गया था जहां 100 व्यक्तियों को 30 सुगंधों की एक सूची प्रस्तुत की गई थी। सर्वे के दौरान सभी को उन खुशबू को चुनने के लिए कहा गया था जिन्हें वे सबसे आसानी से पहचान सकते हैं। रिजल्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई।
कोरोना संक्रमितों को नहीं आती 5 चीजों की गंध
100 लोगों पर किए गए इस शोध के परिणामों को आधार पर लहसुन, पुदीना, इलायची, नारियल तेल और सौंफ को खुशबू के लिए किए जा रहे टेस्ट में चुना गया। इन सभी का परीक्षण 49 बिना लक्षण वाले कोरोना रोगियों और 35 स्वस्थ लोगों पर स्मेल टेस्ट किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले एक और टेस्ट किया गया जहां सुगंध के क्रम को बदल दिया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि कोरोना संक्रमित ज्यादातर लोग गंध की पहचान कर पाने में असमर्थ थे।
परिणाम में चौंकाने वाली बात आई सामने
इसमे 4.1 प्रतिशत वो लोग थे जो मौजूद पांच सुगंधों में से किसी को पहचानने में असमर्थ थे, वहीं 38.8 प्रतिशत सुगंध में से कम से कम एक को नहीं पहचान पा रहे थे जबकि 16 प्रतिशत लोग ऐसे थे जो यह नहीं बता पाए कि सूंघी गई गंध किस चीज की है। जब स्वस्थ लोगों का परिणाम सामने आया तो पता चला कि सभी गंध परीक्षण में उपयोग किए जाने वाले सुगंध को सूंघने में सक्षम थे लेकिन 14 प्रतिशत स्वस्थ वॉलेंटियर पांच गंध में कम से कम एक को नहीं पहचान पाए।
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